मप्र-छग समेत कई राज्यों का अब AI एजुकेशन पर फोकस

मप्र-छग समेत कई राज्यों का अब AI एजुकेशन पर फोकस

नई दिल्ली। आने वाले दिनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) शिक्षा को बढ़ावा देने वाले और इसके तमाम आयामों को समझाने वाले स्कूल भारत के कई शहरों में खुलने जा रहे हैं। इसी साल अगस्त में भारत का पहला स्कूल केरल के तिरुवनंतपुरम में शुरू हुआ है, जहां एआई का इस्तेमाल किया जा रहा है। बदलते वक्त के साथ युवाओं और बच्चों को भी इसकी समझ और इसका ज्ञान होना जरूरी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कई राज्यों ने स्कूली शिक्षा में एआई को महत्व देना शुरू कर दिया हैं। दिल्ली के अलावा यूपी, मप्र, पंजाब, छग, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश ने एआई शिक्षा को लेकर कई कदम उठाए हैं। इन राज्यों ने सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम में एआई को प्राथमिकता दी है।

मध्यप्रदेश के 53 स्कूलों में एआई की दी जा रही शिक्षा

मध्यप्रदेश के 53 स्कूलों में एआई की पढ़ाई की जा रहा है। हाल ही में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने एजुकेशन फॉर ऑल स्कूलों में प्रारंभ किए गए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय की कक्षा 8वीं और कक्षा 9वीं की पुस्तकें शामिल की हैं। मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित स्कूलों में इसे शुरू किया गया है।

इन राज्यों में भी पढ़ाया जा रहा एआई सिलेबस

  • पंजाब के सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बारे में पढ़ाया जाएगा। इसकी शुरुआत पंजाब के मोहाली के फेज-3 बी1 में स्थित सीनियर सेकेंडरी सरकारी स्कूल में हो गई है। इसके साथ ही बच्चे यहां रोबोट बनाना भी सीखने की तैयारी कर रहे हैं। अभी तक राज्य में ऐसा एक ही प्रोजेक्ट शुरू हुआ है। इसकी सफलता को देखने के बाद, इसे हर स्कूल तक पहुंचाया जाएगा। 
  • छत्तीसगढ़ के स्कूली पाठ्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को शामिल किया जाएगा। पहली से पांचवीं तक के बच्चे छत्तीसगढ़ी और स्थानीय बोली में भी पढ़ाई कर सकेंगे। आगामी सत्र 2024-25 को लेकर यह बदलाव किया जाएगा। इसे लेकर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) से तैयारी की जा रही है। 
  • उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में भी छात्र आने वाले दिनों में कोडिंग सीखेंगे। उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में लिए गये निर्णय के तहत प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के लगभग 50 लाख विद्यार्थियों को बुनियादी कोडिंग की शिक्षा प्रदान की जाएगी।

एआई स्कूलों में होती हैं ये खास विशेषताएं

  • इस एआई स्कूल को छोटे बच्चों को ध्यान में रखते हुए विशेष कोर्स डिजाइन किया गया है। स्कूलों में बच्चों को मल्टीपल टीचर, परीक्षण के विभिन्न स्तर, एप्टीट्यूड टेस्ट, काउंसलिंग, कैरियर योजना और मेमोरी टेक्निक के बारे में जानकारी दी जाती है। 
  • इस स्कूल में बच्चों को किताबी ज्ञान के अलावा स्किल डेवलपमेंट भी सिखाया जाता है। जैसे इंटरव्यू स्किल, ग्रुप डिस्कशन, गणित और लेखन स्किल, शिष्टाचार में सुधार, अंग्रेजी और इमोशनल वेल बीइंग के बारे में भी जानकारी दी जाती है।
  • एआई स्कूल की सबसे अच्छी विशेषताओं में से एक यह है कि यह छात्रों को उनके भविष्य की योजना बनाने में मदद करता है। यह उन्हें प्रतिष्ठित विदेशी विश्वविद्यालयों में स्कॉलरशिप प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन करता है, ताकि वे विदेश में अध्ययन कर सकें।