नाली में बह रहा कई गैलन पीने का पानी,पर विस्थापितों को नसीब नहीं
जबलपुर। तिलहरी में बसाए गए डेढ़ हजार विस्थापित परिवारों की मजबूरी को क्या कहा जाए कि वे सामने नाली में बहते कीमती पेयजल को देख सकते हैं मगर यह पानी उन्हें नहीं मिलता,उन्हें अपनी जरूरत के लिए यहां पर खुदे फेज वन में 4 और फेज टू में 3 बोर जिनमें से कई अक्सर खराब होता है और बाकी से पानी मिलता है। बहने वाला पानी यहां पर बनाई गई उच्च स्तरीय टंकी के ओवरफ्लो का होता है।
हैरत की बात तो यह है कि हाईटेक युग में भी नगर निगम के इंजीनियर ओवरफ्लो के पानी को बचाने की तकनीक नहीं खोज पाए। हालाकि इसमें कोई बहुत बड़ी तकनीक की जरूरत भी नहीं है। बड़ी मात्रा में बहने वाले इस पानी को कहीं सुरक्षित कर बस्ती वालों को दिया जा सकता है मगर इसके लिए इच्छाशक्ति चाहिए,जो जनप्रतिनिधि या अफसर नहीं दिखा रहे हैं।
बोर में रहती है भीड़
यहां के 7 बोर फिलहाल चालू हैं और वहां पानी के लिए बस्ती वालों की खासी भीड़ होती है। इसका समय भी अनलिमिटेड है। समस्या मीठे पानी यानि नर्मदा जल की उपलब्धता की है जिसकी मांग बरसों से यहां के रहवासी कर रहे हैं। नगर निगम का कहना है कि बस्ती वालों को नल क नेक्शन लिए जाने के लिए कहा गया है मगर वे नल कनेक्शन नहीं ले रहे। वहीं बस्ती वाले कहते हैं कि हम कनेक्शन लेने तैयार हैं।
2018 में बसाए गए थे मदनमहल के विस्थापित
मदनमहल पहाड़ी से हटाए गए करीब 3 हजार से ऊपर परिवारों को अलग-अलग जगह रहने के लिए जगह दी गई थी जिन्हें बाद में पीएम आवास योजना के लिए ढाई लाख की मदद भी दी गई। ज्यादातर ने इसी राशि से यहां पर मकान बनाए हैं। यहां के रहवासियों की लंबे समय से नर्मदा जल की मांग है,पहले टंकी नहीं बनी थी तो वे टंकी बनने की राह देख रहे थे अब 4 साल से टंकी बनकर तैयार है तो इससे कनेक्शन नहीं मिल रहे हैं।
यहां पर निस्तार के लिए तो पानी पर्याप्त है मगर हमें नर्मदा जल की जरूरत है,बोर का पानी मीठा नहीं होता। कई बार महीनों तक बोर खराब होने पर सुधारे नहीं जाते। दीपू सेन,रहवासी।
आप देख सकते हैं कि किस तरह से टंकी के ओवर फ्लो का पानी नाली में बहता है। यदि इतना पानी भी हमारी बस्ती को मिल जाए तो कम से कम पीने की जरूरत पूरी हो सकती है। आदि विश्वकर्मा,रहवासी।
4 साल से टंकी बनकर तैयार है और दूसरी जगह पानी जाता है। हम लोग आवेदन करते हैं तो हमें कनेक्शन नहीं मिल रहे हैं। बोर का पानी गले से नहीं उतरता। पूजा साहू,रहवासी।