रतलाम मंडल में विद्युतीकरण के साथ कई सुविधाएं जुटाईं
इंदौर। पश्चिम रतलाम रेलवे मंडल के लिए वर्ष 2023 उपलब्धियों से भरा रहा। शहर के बाशिंदों को जहां वंदे भारत जैसी आधुनिक संसाधनों से लैस ट्रेन मिली तो वहीं कुछ लंबे रूट की ट्रेनों के फेरे भी जनहित में बढ़ाए गए। लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन के विस्तारीकरण का काम भी द्रुतगति से शुरू किया गया। मंडल के कुछ छोटे स्टेशनों के कायापलट पर भी लाखों रुपए खर्च किए गए। रेलवे के पीआरओ खेमराज मीणा के मुताबिक, इंदौर-देवास-उज्जैन खंड का दोहरीकरण किया गया। सभी ब्रॉडगेज मार्गों को 100 फीसदी विद्युतीकृत होने का गौरव मिला।
रतलाम जंक्शन रेलवे का महत्वपूर्ण स्टेशन है। यहां से रोजाना कई बड़ी गाड़ियां चलती हैं। इस स्टेशन से जहां एक ओर दाहोद, वहीं दूसरी ओर कोटा, भोपाल, इंदौर एवं चित्तौड़गढ़ के लिए ट्रेनों का परिचालन किया जाता है। रतलाम स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग एवं यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य 25 दिसम्बर को पूरा किया गया। दाहोद-इंदौर (व्हाया झाबुआ-धार) नई लाइन परियोजना के अंतर्गत टीही और धार के बीच कार्य प्रगति पर है।
यात्री सुख-सुविधा में वृद्धि
स्थानीय लोगों की मांग को देखते हुए इंदौर-भोपाल वंदे भारत ट्रेन का का नागपुर तक विस्तार किया गया। नीमच-रतलाम दोहरीकरण के तहत विभिन्न खंडों में अर्थवर्क, स्टेशन भवन, पटरियां बिछाने सहित मेजर, माइनर पुलों का निर्माण किया जा रहा है।
वन स्टेशन-वन प्रोडक्ट के पायलेट प्रोजेक्ट को रेलवे ने लागू किया है। इसके तहत इंदौर, उज्जैन, देवास, रतलाम, दाहोद, शुजालपुर, चित्तौड़गढ़, नीमच, मंदसौर, नागदा, सीहोर, मक्सी, फतेहाबाद चंद्रावतीगंज, जावरा, चंदेरिया, डॉ. अम्बेडकर नगर तथा लक्ष्मीबाई नगर स्टेशनों पर ओएसओपी आउटलेट्स इंस्टाल किए जा चुके हैं।
यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी करने अमृत स्टेशन योजना शुरू की है। इसके तहत दाहोद, देवास, नागदा, अकोदिया, बेरछा, नीमच, खाचरौद, मक्सी, मेघनगर, सीहोर, शुजालपुर, लक्ष्मीनबाई नगर, मंदसौर एवं चित्तौड़गढ़ स्टेशनों को उन्नत किया जा रहा है।