मंथन: बदलती जरुरतों को परखना और ‘ वैश्विक कौशल विकास’ है लक्ष्य
इंदौर। भारत की अध्यक्षता वाले जी20 समूह की इंदौर में बुधवार से शुरू होने वाली तीन दिन की बैठक के दौरान रोजगार की बदलती जरूरतों के मुताबिक कौशल विकास का वैश्विक खाका तैयार किए जाने की राह निकल सकती है। केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय की एक आला अधिकारी ने मंगलवार को इस बात का संकेत दिया। केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय की सचिव आरती आहूजा ने इस बैठक की पूर्व संध्या पर इंदौर में संवाददाता सम्मेलन में जानकारी दी।
उन्होंने बताया हम जी20 के जरिये कोशिश कर रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) और आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) को एक खाका तैयार करने की जिम्मेदारी दी जाए। यह खाका इस बात पर केंद्रित होगा कि दुनिया के अलग-अलग देशों में किस तरह के हुनरमंद लोगों का अभाव है और इस कमी को दूर करने के लिए लोगों को कौन-से हुनर सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित खाका तैयार करने के लिए जरूरी संसाधनों के साथ एक तकनीकी समूह गठित होगा। सचिव ने बताया कि प्रस्तावित खाका कौशल विकास और सामाजिक हितों के भावी कदमों की बुनियाद बनेगा।
सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है उद्देश्य
आहूजा ने बताया इंदौर में होने वाले जी20 जमावड़े के तहत बुधवार और गुरुवार को रोजगार कार्यसमूह (ईडब्ल्यूजी) की चौथी बैठक होगी। उन्होंने बताया कि इस बैठक में स्वतंत्र रूप से अस्थायी कार्य और ऑनलाइन मंचों पर काम करने वाले कर्मियों (गिग और प्लेटफॉर्म कर्मचारी) से जुड़ी अर्थव्यवस्था, दोनों श्रेणियों के कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को लाभ देने तथा सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों को टिकाऊ वित्तपोषण प्रदान करने जैसे विषयों पर पिछली तीन बैठकों में हुई चर्चा को अंतिम रूप दिया जाएगा।
29 देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल
आहूजा ने बताया कि भारत के श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में गुरुवार और शुक्रवार को जी20 समूह के देशों के श्रम और रोजगार मंत्रियों की बैठक होगी। अधिकारियों ने बताया कि इंदौर में जी20 की तीन दिन की बैठक के अलग-अलग सत्रों में करीब 165 मेहमान भाग लेंगे जिनमें इस समूह के 20 राष्ट्रों और नौ आमंत्रित देशों के नुमाइंदों के साथ ही श्रम, रोजगार तथा सामाजिक सुरक्षा के वैश्विक संगठनों के अधिकारी शामिल हैं।
मांडू, 56 और लोक संगीत रहेगा खास
संभाग आयुक्त पवन शर्णा ने बताया कि अतिथियों, प्रतिनिधियों के लिए मांडू का किला और इंदौर की छप्पन दुकान के भ्रमण की योजना बनाई है। इसके अलावा ऐतिहासिक शहर इंदौर के महत्वपूर्ण केंद्रों को देखने के लिए एक हेरिटेज वॉक और साइकिल राइड भी होगी। आगंतुक गणमान्य व्यक्तियों के लिए पारंपरिक लोक प्रदर्शन कला (संगीत और नृत्य) और हस्तशिल्प भी प्रदर्शित किए जाएंगे।