मप्र की विकास दर 16.34 प्रतिशत बढ़ी ऋण GSDP का अनुपात घटा

मप्र की विकास दर 16.34 प्रतिशत बढ़ी ऋण GSDP का अनुपात घटा

भोपाल। राज्य विस में मंगलवार को सरकार ने वर्ष 2022-23 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। इसमें बताया गया कि राज्य में प्रति व्यक्ति आय में विगत वर्ष की तुलना में 5.67% और विकास दर में 16.34% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, ऋण ग्रॉस स्टेट डोमेस्टिक प्रोडक्ट (जीएसडीपी) के अनुपात में गिरावट आई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।

जीएसडीपी व प्रति व्यक्ति आय में हुआ इजाफा : शिवराज

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य के सकल घरेलू उत्पाद और प्रति व्यक्ति आय दोनों में इजाफा हुआ है। आंकड़े बताते हैंं कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत है। विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2022-23 में 1 लाख 40 हजार 500 रुपए हो गई है। प्रति व्यक्ति आय बढ़ने का मतलब है, लोगों के पास लगातार आय के साधन बढ़ रहे हैं। सरकार पर अक्सर ज्यादा कर्ज लेने का आरोप लगाया जाता है, लेकिन आंकड़े कहते हैं कि 2005 में ऋण जीएसडीपी अनुपात मतलब जीएसडीपी के अनुपात में जो कर्ज लिया जाता था, वह 39.5 फीसदी था। कोविड की कठिनाइयों के बावजूद 2020-21 में यह घटकर 22.6 फीसदी हो गया है। पिछले छह वर्षों में कारखानों की संख्या में16.34 प्रतिशत वृद्धि हुई है। इसमें पूंजीगत निवेश लगातार बढ़ा है। नवाचार तथा उद्यमिता को बढ़ाने के लिए सरकार ने स्टार्टअप पोर्टल चालू किया है।

शिवराज सरकार का आर्थिक सर्वेक्षण आंकड़ों की बाजीगरी : कमलनाथ

मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने विधानसभा में जो आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया वह आंकड़ों की बाजीगरी के सिवाय कुछ नहीं है। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक प्रदेश की विकास दर 16 प्रतिशत से अधिक है, जिस प्रदेश की विकास दर इतनी अधिक हो क्या वहां की सरकार को इस तरह से लगातार कर्ज लेने की जरूरत पड़ेगी, जिस तरह प्रदेश सरकार ले रही है। अगर प्रदेश का आर्थिक परिदृश्य इतना अच्छा है तो फिर स्वतंत्र एजेंसियों की रिपोर्ट में मध्यप्रदेश विकास के पैमाने पर सभी बड़े राज्यों में सबसे निचले पायदान पर क्यों हैं? अगर मप्र की विकास दर इतनी तेज है तो क्या वजह है कि शिवराज सरकार 2022 में ही किसानों की आमदनी दोगुनी करने का अपना वादा नहीं निभा सकी। आज ही विधानसभा में एक प्रश्न के उत्तर में सरकार ने स्वीकार किया है कि प्रदेश में 39 लाख से अधिक बेरोजगार हैं। अगर प्रदेश में विकास हो रहा है तो इतनी बड़ी संख्या में बेरोजगार कैसे हो सकते हैं? 1111

किस क्षेत्र में क्या उपलब्धि

  • पीएम जनधन योजना : प्रदेश में अब तक कुल 3.85 करोड़ बैंंक खाते खोले गए हैं। बैतूल, इंदौर व विदिशा ने डिजिटल जिला कार्यक्रम के अंतर्गत 100% वित्तीय समावेशन से डिजिटल जिले का दर्जा हासिल किया है। 
  • गेहूं उत्पादन : राज्य ने 2013-14 में 174.8 लाख टन की तुलना में 2022-23 में 352.7 लाख टन गेहूं का उत्पादन किया। इस अवधि में धान का उत्पादन 53.2 लाख टन से बढ़कर 1,31.8 लाख टन हो गया है। 
  • विदेशी निवेश : अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के बीच राज्य को 1,560 करोड़ का विदेशी निवेश प्राप्त हुआ है।
  • धार्मिक पर्यटन : 2022 में पिछले साल की तुलना में धार्मिक पर्यटन में पर्यटकों की संख्या में 122 फीसदी का इजाफा हुआ है। अन्य पर्यटन स्थलों पर ये आंकड़ा 58% रहा है। 
  • मेट्रो रेल : भोपाल और इंदौर में मेट्रो रेल का कार्य प्रगति पर है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 14 हजार करोड़ रुपए है। 
  • लिंगानुपात : राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण में जो लिंगानुपात 2015-16 में 927 था, वो 2019-21 में 956 हो गया है। इस अवधि में साक्षर महिलाओं का अनुपात 44.4 से बढ़कर 65.4 फीसदी हो गया है।