चैत्र नवरात्रि में नाव पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा
ग्वालियर। शक्ति की आराधना का महापर्व चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होगा। इसके साथ ही नव संवत्सर की भी शुरूआत हो जाएगी। इस बार नवरात्रि में चार योगों का महासंयोग बन रहा है। इस बार माता का आगमन नाव पर और प्रस्थान डोली पर होगा।
बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉ. सतीश सोनी के अनुसार चैत्र नवरात्रि इस बार पूरे नौ दिन के होंगे। इस वर्ष नवरात्रि में 3 सर्वार्थ सिद्धि योग, 3 रवि योग और 2 अमृत सिद्धि योग के साथ गुरु पुष्य नक्षत्र का संयोग भी रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग 23, 27 और 30 मार्च को, अमृत सिद्धि योग 27 और 30 मार्च को और रवि योग 24, 26, 29 मार्च को रहेगा। नवरात्रि के अंतिम दिन रामनवमी पर गुरु पुष्य नक्षत्र का महासंयोग भी बनेगा।
डॉ. सोनी ने बताया कि चैत्र नवरात्रि पर नव दुर्गा के साथ गौरी की पूजा का भी विधान है। 22 मार्च को प्रथम दिन शैलपुत्री की पूजा के साथ ही घट स्थापना की जाएगी। 30 मार्च को महागौरी की पूजा के साथ रामनवमी भी मनाई जाएगी। 31 मार्च को नवरात्रि का पारणा होगा। दुर्गा सप्तशती के अनुसार नवरात्र बुधवार को शुरू हो रहे है। ऐसे में माता का आगमन नौका पर होगा, जो फसल, धन-धान्य और विकास के लिए काफी लाभदायक रहेगा।
इस साल चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि की शुरूआत 21 मार्च की रात 10.52 बजे होगी। इसका समापन 22 मार्च की रात 8.20 बजे होगा। उदया तिथि के अनुसार नवरात्रि की शुरूआत 22 मार्च को होगी।