मंदिरों और घरों में मां अष्टभुजी को लगा अठवाइयों का भोग
जबलपुर। चैत्र नवरात्रि पर बुधवार को मां अष्टभुजी के आठवें स्वरूप माता महागौरी का पूजन किया गया। सुबह से मंदिरों में मां आदिशक्ति को अठवाइयों का भोग लगाने का क्रम दिन भी जारी रहा। वहीं घरों और दिवालों में भी मां का पूजन-अर्चन किया गया। हवन-पूजन से समूचे मंदिर प्रांगण का वातावरण शुद्ध हो गया। इसी तरह कई श्रद्धालुओं ने कन्याओं का पूजन कर खीर-पुरी का प्रसाद बांटा।
उल्लेखनीय है कि महिलाओं व लड़कियां अष्टमी व्रत रखा था। यह व्रत परिवार की सुख-शांति के लिए रखा जाता है। वहीं माता महागौरी की पूजा के समय उनका प्रिय हलवा-पूरी का भोग लगाया जाता है। बताया जाता है कि माता के महा गौरी स्वरुप की पूजा से साधक के हर प्रकार के सांसारिक दु:खों का निवारण हो जाता है। अष्टमी पर पूरा शहर भक्तिमय हो गया। शहर के प्रमुख देवी मंदिरों बड़ी खेर माई, शीतला माता मंदिर, सदर काली माता मंदिर, बगला मुखी मंदिर, शारदा मंदिर मदनमहल, गौतम मढ़िया गढ़ा, पंडा की मढ़िया पुरवा में तड़के से मां के भक्त परिवार सहित पहुंचने लगे और मां को हलवे-पूरी सहित अन्य नैवेद्य का भोग लगाया।
आज निकलेगी शोभायात्रा
सनातन धर्म महासभा के तत्वावधान में 30 मार्च को अपरान्ह 4 बजे पुराने बस स्टैंड से शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा में भगवान श्रीराम की आकर्षक झांकियां, महिलाओं की भजन मंडली, बैंड दल शामिल होंगे। शोभायात्रा का समापन मिलौनीगंज में होगा।
साईं शोभायात्रा
संस्कारधानी शिर्डी साईं शोभायात्रा समिति द्वारा रामनवमी पर सच्चिदानंद सद्गुरु साईंनाथ महाराज की शोभायात्रा निकाली जाएगी। मंदिर समिति इस वर्ष रजत जयंती वर्ष मना रही है। शोभायात्रा मुख्य चल समारोह में शामिल होगी।
दो दिवसीय आयोजन
गौरीशंकर साईंनाथ मंदिर रसल चौक द्वारा 30 मार्च को शाम 7 बजे मंदिर प्रांगण से शोभायात्रा निकाली जाएगी। शहर भ्रमण के पश्चात इसका समापन मंदिर प्रांगण में होगा। 31 मार्च को भंडारा एवं महाआरती होगी। समिति के शेखर मुदलियार, कमलेश अग्रवाल, दुर्गेश शाह, विष्णु नायडू, अतुल जैसवानी, शक्ति नायडू, दुर्गेश शाह आदि ने उपस्थिति की अपील की है।