प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में एमयू कराएगा थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन
जबलपुर। प्रदेश की मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी (मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विवि) एमयू अब मेडिकल कॉलेजों का इंस्पेक्शन थर्ड पार्टी से कराने की तैयारी कर रहा है। संभवत: प्रदेश में यह पहल करने वाला मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विवि पहला संस्थान होगा। थर्ड पार्टी के निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर ही कॉलेजों को मान्यता जारी रखने, नए पाठ्यक्रम को शुरू करने व सीटों को बढ़ाने की अनुमति विवि देगा।
पारदर्शिता को बनाए रखने तैयार की योजना
बताते हैं कि विवि के कुलपति प्रो. अशोक खंडेलवाल ने विवि की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए अब इस योजना को तैयार किया है। थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन के बाद गड़बड़ी की संभावना लगभग पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। इसके लिए विवि ने क्यूसीआई के साथ एक बैठक कर ली है। जल्द ही इस प्रस्ताव को ईसी बैठक में रखा जाएगा।
क्यूसीआई के जिम्मे रहेगा निरीक्षण
विवि के प्रशासन के मुताबिक कॉलेजों के इंस्पेक्शन की जिम्मेदारी क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के अधिकारियों की टीम करेगी। यह टीम विवि के संबद्ध सभी कॉलेजों में वर्षभर रेंडमली इंस्पेक्शन करेगी और सीधे रिपोर्ट विवि प्रशासन को सौंपेगी।
प्रदेशभर के विवि से संबद्ध कॉलेजों के इंस्पेक्शन की जिम्मेदारी क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के अधिकारियों की टीम से कराने की योजना तैयार कर ली गई है। यह पहल विवि के कुलपति प्रो. अशोक खंडेलवाल द्वारा विवि की कार्यप्रणाली का पारदर्शिता बनाए रखने के लिए की गई है। नियमानुसार इस व्यवस्था को लागू करने के लिए ईसी की बैठक में प्रस्ताव को रखा जाएगा। -डॉ. पुष्पराज सिंह बघेल, रजिस्ट्रार एमयू जबलपुर