किसानों को अब उनके गांव में ही खाद मुहैया कराएगी मप्र सरकार : पटेल

किसानों को अब उनके गांव में ही खाद मुहैया कराएगी मप्र सरकार : पटेल

भोपाल।  मध्यप्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने ऐलान किया है कि सरकार अब किसानों को खाद संकट से मुक्ति दिलाने की योजना पर काम कर रही है। जिलों में यूरिया और डीएपी खाद के लिए किसान हर साल सोसायटी के चक्कर लगाने को मजबूर होते हैं। किसानों को सरकार अब उनके गांव में ही खाद उपलब्ध कराएगी। देश में किसानों को यह सुविधा देने वाला मप्र पहला राज्य होगा। सैटेलाइट से फसलों की मैपिंग कराई जाएगी। यूरिया व डीएपी खाद का ट्रक सीधा गांवों में भेजा जाएगा। छिंदवाड़ा और खरगोन के प्रभारी मंत्री पटेल ने यह भी दावा किया कि आगामी चुनाव में दोनों जिलों में भाजपा की विजय पताका फहराएगी। छिंदवाड़ा लोकसभा और विधानसभा की सीटें भाजपा ही जीतेगी।कृषि मंत्री पटेल ने ''पीपुल्स समाचार'' से विशेष चर्चा के दौरान चुनाव, खाद-बीज, किसानों की आय बढ़ोतरी से लेकर जिलों के सियासी समीकरणों पर बेबाकी से अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कृषि अधोसंरचना विकास में हम अब देश में नंबर- 1 हैं। राज्य में वर्ष 2003 की तुलना में प्रदेश की सिंचाई क्षमता व कृषि विकास दर में भी 6 गुना बढ़ोतरी हो चुकी है। सिंचाई-बिजली की उपलब्धता बढ़ने से फसलों का उत्पादन भी कई गुना बढ़ चुका है। कृषि अधोसंरचना विकास के चलते उत्पादन में 

यूरिया-डीएपी से भरे ट्रकों को सीधे गांवों तक पहुंचाकर किसानों को उपलब्ध कराएंगे, 7.5 लाख मीट्रिक टन खाद का ऑर्डर दिया

  •  यूरिया -डीएपी खाद गांवों तक पहुंचाने का क्या रोडमैप है? - हमने अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर होमवर्क कर लिया है। यूरिया -डीएपी खाद से भरे ट्रक सीधे गांवों में पहुंचाकर किसानों को देंगे। 7.5 लाख मीट्रिक टन खाद का आर्डर दे दिया है।
  • प्रदेश में नकली खाद-बीज की शिकायतें बनी हुई हैं, क्या कदम उठाएंगे? - इस पर नकेल कसने के लिए हमने मंडियों की व्यवस्था सुधारी है। नकली- खाद बीज पकड़ाए जाने पर रासुका लगाएंगे। 
  • किसानों की ऋण और ब्याज माफी को लेकर मौजूदा कन्μयूजन पर क्या कहेंगे? - कांग्रेस इस पर झूठ बोलती है, उन्होंने किसानों से किए वायदे पूरे नहीं किए। शिवराज सरकार ने डिफाल्टर किसानों का 2400 करोड़ रुपए ब्याज भरने का निर्णय लिया है। 3 साल में 17 हजार करोड़ रु. बीमा के भर चुके हैं।
  • चुनाव में छिंदवाड़ा-खरगोन में कमल खिलाने की क्या रणनीति है? - जनता कांग्रेस के झूठ को जान चुकी है। हमारा बूथ स्तर तक पुख्ता नेटवर्क बन चुका है। दोनों जिलों में विकास कार्यों के आधार पर जनता हमें चुनेगी। 
  • कर्नाटक की तर्ज पर क्या मप्र में भी नेता पुत्रों को टिकट मिलेंगे? -इसका निर्णय तो संगठन करेगा, लेकिन मेरा मानना है कि पार्टी जिताऊ चेहरे और क्षेत्र में सक्रिय