भगवान झूलेलाल का जन्मोत्सव मना, मंदिर सजे
ग्वालियर। वरुणावतार झूलेलाल का जन्मोत्सव और अमर बलिदानी हेमू कालानी की 100वीं जयंती का सुखद संयोग हम सभी के लिए दोहरी प्रेरणा लेकर आया है, एक ओर झूलेलाल ने अवतार लेकर क्रूर मुगल बादशाह मिरख शाह से सनातन धर्म का पालन करने वालों की रक्षा कर यह संदेश दिया कि सनातन की रक्षा हेतु समयस मय पर ईश्वरीय अवतार प्रकट होते रहेंगे तो वहीं हेमू कालानी ने भारत माता की आजादी के लिए अपना बलिदान देकर युवाओं को देश प्रेम की राह पर चलने की प्रेरणा दी।
यह बात सिन्धी साहित्य अकादमी-म.प्र. के निदेशक तथा भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय महामंत्री राजेश वाधवानी ने झूलेलाल जयंती (चेटीचंद) तथा अमर बलिदानी हेमू कालानी की 100वीं जयंती पर भारतीय सिन्धु सभा द्वारा आयोजित शोभायात्रा को संबोधित करते हुए कही। माधौगंज स्थित श्री झूलेलाल मन्दिर से सुबह 7 बजे आरंभ हुई शोभायात्रा में भगवान झूलेलाल की पवित्र ज्योति के साथ ही हेमू कालानी की आकर्षक झांकी शामिल थी। गाड़वे की गोठ, लाला बाजार, दर्जी ओली, महाराज बाड़ा होते हुए यह शोभायात्रा हेमू कालानी चौक पहुंची । जहां सभी ने हेमू कालानी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद शोभायात्रा दानाओली स्थित झूलेलाल मन्दिर पर जाकर समाप्त हुई, जहां विश्व कल्याण की कामना के साथ पल्लव अरदास की गई।
चेटीचंद समारोह में आए पार्षद मोहित जाट
गुरुवार की सुबह महाराज बाड़ा स्थित हेमू कालानी की प्रतिमा पर पार्षद मोहित जाट ने श्रद्धांजलि दी। उसके तुरंत बाद उन्हेंसिंधी समाज ने चेटीचंद के कार्यक्रम में बुलाकर समाज के गणमान्य लोगों ने श्रीफल और शॉल भेंटकर सम्मान किया। उसके बाद रैली निकाली गई।
मुक्तिधाम में भी भगवान झूलेलाल की हुई पूजा
लक्ष्मीगंज स्थित मुक्तिधाम में स्थापित भगवान झूलेलाल की प्रतिमा का अभिषेक कर, नए वस्त्र पहनाए गए, इसके बाद पूजा अर्चना कर आरती की गई और प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर शिवरतन सिधवानी,राजेश वाधवानी, निर्मल बहिरानी,अशोक लूडानी,नरेश देव,राजेश बालानी, चरण आहूजा प्रमुख रूप से उपस्थित थे।