जिला अस्पताल नाम का ई अस्पताल पर्चे के लिए लगती हैं मरीजों की लाइनें
ग्वालियर। अस्पतालों में इन दिनों अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग हो रहा है ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अधीन आने वाले जिला अस्पताल मुरार एवं जच्चा खाना अब भी पुराने ढर्रे पर हैं। कागजों में तो यह अस्पताल सालों पहले ही ई- अस्पताल हो चुका है, लेकिन यह केवल नाम का ई अस्पताल है। जिला अस्पताल मुरार एवं जच्चा खाना मुरार में विभिन्न विभागों हर रोज 1300 से 1500 मरीज उपचार लेने के लिए आते हैं और इनमें दर्द से कराहती हुई प्रसूताएं सहित हर बीमारी से पीड़ित मरीज शामिल रहते हैं, लेकिन उन्हें पर्चा बनवाने के लिए लाइन में लगकर घंटों अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। क्यूआर कोड स्कैन से पर्चा बनवाने की सुविधा बंद पड़ी हुई है।
ऐसा नहीं हैं कि इस अस्पताल को लेकर इस प्रकार की सुविधा की प्लानिंग नहीं की गई, वर्ष 2018 में यह अस्पताल ई अस्पताल बना, तब यह प्लानिंग की गई कि जिला अस्पताल मुरार एवं जच्चा खाना मुरार में टेली मेडिसिन, ऑन लाइन के माध्यम से मरीज द्वारा घर बैठे पंजीकरण करा सकेंगे। इसके साथ ही पीएचसी व सीएचसी पर बैठे डॉक्टर यहां के विशेषज्ञ डॉक्टर्स वीसी के माध्यम से मार्गदर्शन देने तक की योजना बनाई थी, लेकिन यह योजना कागजों तक ही सीमित होकर रह गई। जबकि दूसरी ओर जेएएच की बात की जाए तो इस अस्पताल में एचआइएसएस सिस्टम के तहत मरीजों को क्यू आर कोड स्कैन आभा आईडी के माध्यम से टोकन सिस्टम लाइन से लगभग छुटकारा दिलाने का प्रयास किया गया है। यहां पर जल्द ही टेलीमेडिसिन की सुविधा भी शुरू होने जा रही है।
करोड़ों के हुए कार्य, नहीं दिया ध्यान
अस्पताल प्रबंधन सालों बीत जाने के बाद भी इस प्रकार की कोई सुविधा शुरू ही नहीं कर पाया जिसकी वह से मरीजों को खीस परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि अस्पताल प्रबंधन के बाद फंड की कोई कमी हुई हैं अभी हाल ही में 20 करोड़ रुपए की लागत करोड़ों आए, लेकिन सुविधा बढ़ाने पर नहीं दिया ध्यान जिसकी खामियाजा मरीज भुगत रहे हैं। हालांकि इस अस्पताल में लैब की रिपोर्ट आन लाइन की सुविधा है वह भी इसलिए कि यह लैब प्राइवेट ठेके पर दी जा चुकी है। यह नहीं इस अस्पताल का शुक्रवार को सीएमएचओ ने औचक निरीक्षण किया तो कई खामियां मिली जिसकी वजह से 20 हजार रुपए की पेनाल्टी भी लगाई।
अस्पताल में इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा है, जिला अस्पताल में लाइन टूटने के कारण पर्चे क्यूआर कोड के माध्यम से नहीं बन पा रहे हैं। जल्द ही हमारे यहां आन लाइन क्यूआर कोड स्कैन कर मरीज पर्चा बनावा सकेंगे। डॉ. आलोक पुरोहित, आरएमओ जिला अस्पताल मुरार