लेक्सस पुरानी कारों के बाजार में उतरने को तैयार
नई दिल्ली। जापान की लक्जरी कार बनाने वाली कंपनी लेक्सस की अगले साल भारत में पुरानी कारों (सेकंड हैंड) के कारोबार में उतरने की योजना है। कंपनी ने भारतीय बाजार में परिचालन के छह साल पूरे कर लिए हैं। जापानी की यह कंपनी अभी 23 बिक्री केंद्रों के माध्यम से अपने उत्पाद बेचती है। कंपनी का इरादा अपने कुछ आउटलेट में बदलाव का है जिससे यह पुरानी कारों के बाजार में उतर सके। अपनी सेल्फ- चार्जिंग हाइब्रिड कारों के लिए जानी जाने वाली लेक्सस का इरादा 2025 तक देश में अपना पहला इलेक्ट्रिक मॉडल पेश करने का है। लेक्सस इंडिया के अध्यक्ष नवीन सोनी ने कहा कि लेक्सस गंभीरता से एक संरचित पूर्व-स्वामित्व वाले पुरानी कारों के कार्यक्रम पर विचार कर रही है।
इलेक्ट्रिक वाहनों का स्थानीय स्तर पर उत्पादन कुछ समय की बात : बीएमडब्ल्यू
जर्मनी की लक्जरी कार विनिर्माता बीएमडब्ल्यू अपने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का भारत में स्थानीय स्तर पर उत्पादन करेगी। बीएमडब्ल्यू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन कुछ समय की बात है। बीएमडब्ल्यू ने 2023 की पहली छमाही में भारत में अपनी कुल बिक्री का नौ प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों से हासिल किया है। कंपनी को 2025 तक इस आंकड़े के 25 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है।
किआ इंडिया को 2023 में बिक्री में 10 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद
वाहन कंपनी किआ इंडिया को चिप की बेहतर आपूर्ति और बाजार में उन्नत सेल्टोस के आने से 2023 में अपनी बिक्री में सालाना आधार पर 8-10 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। दक्षिण कोरियाई कार विनिर्माता ने 2022 में घरेलू और विदेशी बाजारों में कुल 3.4 लाख इकाइयों की बिक्री की थी। कंपनी भारतीय बाजार में कैरेंस, सोनेट और सेल्टोस मॉडल बेचती है। किआ इंडिया के प्रमुख हरदीप एस बराड़ ने कहा कि पिछले साल हमारी घरेलू बिक्री लगभग 2.54 इकाई रही जबकि लगभग 80 हजार इकाइयों के निर्यात समेत कुल बिक्री 3.34 लाख इकाइयों रही। इसलिए इस साल हम बिक्री में 8-10 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।