धार्मिक यात्रा, भजन गाने से नहीं होती लीडरशिप
इंदौर। भाजपा की दूसरी सूची जारी होने के साथ ही प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इंदौर क्षेत्र क्र. 1 से भाजपा ने कैलाश विजयवर्गीय को अपना उम्मीदवार बनाकर इंदौर में कांग्रेस के एकमात्र विधायक संजय शुक्ला के सामने बड़ी चुनौती रख दी है। शुक्ला बनाम विजयवर्गीय होने से विधानसभा 1 पूरे प्रदेश में चर्चा का केंद्र होने के साथ ही हाईप्रोफाइल सीट बन चुकी है। ऐसे में कांग्रेस के मौजूदा विधायक संजय शुक्ला के सामने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय को हराना आसान नहीं होगा। सीट हाईप्रोफाइल है। दो दिग्गज आमने-सामने है तो आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी लाजिमी है।
बता दें कि आज हर विधानसभा में धार्मिक यात्रा, भोजन भंडारे, कथाएं लगातार हो रही हैं और सबसे अधिक कथाएं और धार्मिक आयोजन उनके ग्रह क्षेत्र विधानसभा दो में होते रहे हैं। विजयवर्गीय का यह बयान उस समय आया है, जब विजयवर्गीय शुक्ला के सामने भाजपा उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। इससे यह साफ होता है कि आने वाले दिनों में मुकाबला और कड़ा और रोचक होने की पूरी संभावना है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर यूं ही चलता रहेगा, लेकिन विधायक शुक्ला को इन धार्मिक कार्यक्रमों से कितना फायदा होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
कथा स्थल के भूमिपूजन के बाद विजयवर्गीय के निशाने पर आए शुक्ला
विजयवर्गीय से लोहा लेने के लिए शुक्ला कमलनाथ की पिच पर खेलते हुए सॉफ्ट हिंदुत्व का रास्ता अपना चुके हैं। जनता को रिझाने के लिए शुक्ला कमलनाथ की ही तजर पर धार्मिक यात्राओं से लेकर कथा वाचन तक के आयोजन करा रहे हैं। हाल ही में विधायक शुक्ला ने 10 अक्टूबर से दलालबाग में आयोजित होने वाली प्रसिद्ध कथावाचक जया किशोरी के कथा स्थल का भूमिपूजन किया तो अपने प्रतिद्वंद्वी कैलाश विजयवर्गीय के निशाने पर आ गए। विजयवर्गीय ने हाल ही में कहा था कि लीडरशिप मंदिर जाने, धार्मिक यात्रा या भजन गाने से नहीं होती, कार्पोरेट लीडरशिप होती है। आप में डेवलपमेंट का विजन क्या है, आप इंदौर के डेवलपमेंट के विजन पर क्या काम कर सकते हैं वह लीडरशिप है।
कार्पोरेट विजन के साथ कार्य
कैलाश विजयवर्गीय ने उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कहा था कि एक कार्पोरेट लीडरशिप होती है। आप में डेवलपमेंट का विजन क्या है, आप इंदौर के डेवलपमेंट के विजन पर क्या काम कर सकते हैं। हमने एक लाइन खींची विजन के साथ, आज उसी विजन पर सभी चल रहे हैं। चुनाव जीतने के लिए जनप्रतिनिधि का विजन क्या है, उसका गोल क्या है यह देखना होगा।