जिला अदालतों में तीसरे दिन भी रही वकीलों की हड़ताल
जबलपुर। जिला अधिवक्ता संघ के आह्वान पर अदालतों में तीसरे दिन बुधवार को भी वकील पैरवी करने अदालतों में नहीं पहुंचे। पुराने 25 प्रकरणों को तीन माह में निराकृत करने संबंधी आदेश के विरोध में जिला न्यायालय में दो दिवसीय प्रतिवाद दिवस को बढ़ाकर 19 मार्च तक कर दिया है। वकीलों के अदालतों में न पहुंचने से प्रकरणों की सुनवाई टल रहीं, जिससे पक्षकारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जिला अधिवक्ता संघ जबलपुर के अध्यक्ष आरके सिंह सैनी व सचिव राजेश तिवारी द्वारा बताया कि मंगलवार 14 मार्च को जिला अधिवक्ता संघ जबलपुर की कार्यकारणी सभा की बैठक में सर्वसहमति से निर्णय लिया गया कि पूरे प्रदेश में अधिवक्ता संघ न्यायिक कार्य से विरत है, क्योंकि उच्च न्यायालय द्वारा जारी दिशा निर्देश के कारण अधीनस्थ न्यायालयों को निर्देशित किया गया है कि पिछले वर्ष जैसा इस वर्ष भी पुराने प्रकरणों को सूचीबद्ध किया जाये और समय सीमा अर्थात् 25 प्रकरणों का निराकरण तीन माह के अंदर किया जाये। उक्त निर्देश के अनुसार पुराने प्रकरण समय सीमा के अन्तर्गत निराकृत किये जायेंगे।
जिससे लोगों को न्याय प्राप्त नहीं हो रहा है बल्कि केवल प्रकरणों का निराकरण होगा और पक्षकारों के साथ अधिवक्ताओं और न्यायालयों पर भी अनावश्यक दबाब हो रहा है कि उक्त मामले शीघ्र सुनवाई कर निराकृत किये जाएं, जिससे न्याय का उद्देश्य विफल हो रहा है। जिला अधिवक्ता संघ के निर्णय का सिहोरा, पाटन अधिवक्ता संघ ने भी समर्थन देते हुए न्यायिक कार्य से विरत हैं। जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष आरके सिंह सैनी, सचिव राजेश तिवारी, उपाध्यक्ष अखिलेश चौबे, महिला उपाध्यक्ष ज्योति राय, सह सचिव यतेन्द्र अवस्थी, अजय दुबे, पुस्तकालय सचिव अमित कुमार साहू, कार्यकारणी सदस्य प्रदीप परसाई, शैलेन्द्र यादव, रेणुका शुक्ला व राजू बर्मन उपस्थित थे।