सुरक्षा में चूक नहीं होगी बर्दाश्त, दोपहर बाद शुरू हुए झूले : संभागायुक्त

सुरक्षा में चूक नहीं होगी बर्दाश्त, दोपहर बाद शुरू हुए झूले : संभागायुक्त

ग्वालियर। मेले में झूले में हुई घटना के बाद मंगलवार को संभागायुक्त दीपक सिंह ने मेला प्राधिकरण की बैठक ली, सुबह 11 बजे शुरू हुई बैठक में संभागायुक्त का फोकस सैलानियों पर नजर आया। संभागायुक्त ने मौजूद अधिकारियों से कहा कि सैलानियों की सुरक्षा में चूक बर्दाश्त नहीं होगी, इसके साथ ही मेले के संचालन में किसी भी प्रकार की समस्या न आए, इसके लिए मेला प्राधिकरण के अधिकारी निरंतर प्रशासनिक अधिकारियों से समन्वय बनाकर रखें। मेले का कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात स्टाफ आपस में निरंतर संवाद करते रहें। मेले की साफ-सफाई और स्ट्रीट लाइट पर विशेष ध्यान दिया जाए। झूला सेक्टर में निरंतर जांच की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की कोई दुर्घटना घटित न हो।

मेले की पार्किंग में अधिक राशि लेने की शिकायत के संबंध में संबंधित ठेकेदार को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी नियमित रूप से मेले का भ्रमण करें और मेले के संचालन में किसी भी प्रकार की समस्या न आए, यह सुनिश्चित करें। मेला प्राधिकरण के सचिव निरंजन श्रीवास्तव ने बैठक में मेला प्राधिकरण की ओर से पुलिस वेलफेयर के लिए 2 लाख रुपए का चेक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तथा फायर सुविधा के लिए नगर निगम आयुक्त को 2 लाख रुपए का चेक प्रदान किया।

बची दुकानों का ऑनलाइन आवेदन 3 फरवरी तक

व्यापार मेला प्राधिकरण द्वारा वर्ष 2023-24 में शेष बची दुकानों के आवंटन के लिए ऑनलाइन निविदा आमंत्रित की गई हैं। निविदा में प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर दुकानें आवंटित की जायेंगीं। सचिव मेला प्राधिकरण निरंजन लाल श्रीवास्तव ने बताया कि दुकानों के लिए ऑनलाइन निविदा जमा करने की अंतिम तारीख 3 फरवरी दोपहर 2 बजे तक निर्धारित की गई है। निविदाएं 5 फरवरी को दोपहर 2 बजे खोली जाएंगी।

टीम ने जांची सुरक्षा, झूले फिर हुए शुरू

हादसे के बाद प्रशासन की टीम सोमवार को मेले में झूलों का निरीक्षण करने पहुंची इसके बाद खामियां मिलने के बाद झूले बंद करा दिए गए थे, इन झूलों की जांच मंगलवार दोपहर एक बार फिर से हुई। झूला कारोबारियों द्वारा सीट बेल्ट सहित अन्य खामियां दूर किए जाने के बाद झूले फिर से संचालित करने की अनुमति दी गई, हालांकि तीन से चार झूलों को अनुमति प्रदान नहीं की गई है।