एलएनआईपीई फूड पॉइजनिंग कांड: पनीर के लिए सैंपल, 84 छात्रों की अस्पताल से छुट्टी

वेंटीलेटर पर लिए गए छात्र की हालत में सुधार, चार सदस्यों की कमेटी गठित

एलएनआईपीई फूड पॉइजनिंग कांड: पनीर के लिए सैंपल, 84 छात्रों की अस्पताल से छुट्टी

ग्वालियर। लक्ष्मीबाई शारीरिक शिक्षण संस्थान (एलएनआईपीई) में 200 से अधिक छात्र फूड पॉइजंिनंग के शिकार होने के मामले में बुधवार को फूड विभाग से लेकर पुलिस तक हरकत में आई और इस मामले में पड़ताल शुरू कर दी है। बसों में भरकर जिन 119 छात्रों को अस्पताल में भर्ती किया गया था, उनमें से 84 छात्रों को हालत में सुधार के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है, लेकिन उदित क्षेत्रीय नाम के एक छात्र की हालत रात से खराब थी और उसकी हालत गंभीर होने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन में सुबह आईसीयू से वेंटीलेटर पर शिμट कर किया था। डॉक्टर्स की माने तो मरीज का बीपी स्टेबल होने एवं हालत में सुधार होने के कारण उसे वेंटीलेटर से हटा लिया गया है इसके बाद संस्थान प्रबंधन के अधिकारियों ने राहत की सांस ली, हालांकि अभी यह मामला शांत होने वाला नहीं है, क्योंकि छात्रों में काफी आक्रोश है। प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा एकदो नहीं बल्कि दो सैकड़ा से अधिक छात्रों ने भुगता, जबकि छात्र लंबे समय से व्यवस्थाओं में सुधार की मांग कर रहे थे।

मलेरिया विभाग पहुंचा हॉस्टल, 8 छात्रों के डेंगू के लिए सैंपल

फूड पॉइजंिनंग मामले के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विनोद दोनेरिया स्वयं टीम के साथ एलएनआईपीई पहुंचे और उन्होंने हॉस्टल के 384 कमरों में दवा का छिड़काव कराया। इस दौरान वहां डेंगू का लार्वा मिलने के कारण 8 संदिग्ध छात्रों के डेंगू के सैंपल लिए, इनकी रिपोर्ट गुरुवार को आएगी। इसके साथ ही जिला मलेरिया अधिकारी ने संस्थान में फोंिगंग के लिए निगम को पत्र लिखा है।

शहर के छात्रवास चेक किए

एलएनआईपीई में फूड पॉइजनिंग के बाद फूड सेμटी विभाग की टीम ने शहर के सभी हॉस्टल ट्रिपल आईटीएम, एमआईटीएस तथा जीवाजी विश्वविद्यालय की मैस जांची गर्इं । दो मिष्ठान भंडार के भी सैंपल लिए हैं। वहीं मामले की शिकायत पुलिस से की गई है। जिस पर पुलिस खाद्य विभाग की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने की बात कह रही है।

चार सदस्यीय टीम गठित, 15 दिनों में देनी होगी रिपोर्ट

एलएनआईपीई प्रशासन ने फूड पॉइजंिनंग की घटना के बाद एसडीएम विनोद ंिसंह बुधवार की सुबह हजार बिस्तर के अस्पताल पहुंचे और उन्होंने छात्रों के स्वास्थ्य का हालचाल जाना। इसके साथ ही इस मामले में कहां चूक हुई है, इसकी जांच करने के लिए एक चार सदस्यीय टीम गठित कर दी है। एसडीएम श्री ंिसंह ने बताया कि टीम को 15 दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट देना है, साथ ही उधर जिला प्रशासन और फूड सेμटी विभाग ने अपने स्तर पर मैस की जांच शुरू की है।

सांची का दूध और पनीर संदिग्ध, लिए सैंपल

एलएनआईपीई की मैस में पनीर और दूध सांची दुग्ध संघ से सप्लाई किया जाता है, इसलिए फूड विभाग सांची के पनीर व दूध के सैंपल की जांच करेगा। घटना के बाद बुधवार को दूध और दूध से बने उत्पाद में प्रथम दृष्टया इन्हीं दो चीजों के गड़बड़ होने की आशंका जताई गई है। आटा, बेसन, तेल इत्यादि के भी सैंपल लिए गए हैं। फूड सेμटी की टीम ने सैंपल लेकर भोपाल भेज दिए हैं। वहीं इस पूरे मामले में सांची के पनीर के कारण इस घटना को होने का रोना रोया जा रहा है, लेकिन ऐसी सूचना है कि सोमवार को पनीर खत्म होने के बाद मैस संचालक ने मार्केट से पनीर मंगाया था।

जस छात्र की हालत गंभीर थी उसकी हालत में सुधार हैं, वेंटीलेटर से हटा लिया गया है। इसके साथ ही जो स्टूडेंट भर्ती हुए थे उनमें से 68 छात्रों की अस्पताल से छुट्टी कर दी है। मैं स्वयं मौके पर पहुंचा था और एक घंटे से अधिक समय तक छात्रों की काउंसलिंग भी की, हमारे डॉक्टरों ने इस प्रकरण में बेहतर काम किया। डॉ. अक्षय निगम,डीन जीआरएमसी

अस्पताल में भर्ती 65 छात्रों की हालत में सुधार होने के बाद डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। संस्थान परिसर में रहने वाले छात्र और छात्राओं को सोमवार की रात्रि में डिनर में पनीर परोसा गया था। प्रारंभिक स्तर पर सांची के पनीर में गड़बड़ होने का अंदेशा है, हमने चार सदस्यीय टीम गठित कर दी है। अमित यादव,डिप्टी रजिस्ट्रार, एलएनआईपीई

मैं और मेरे साथ फूड सेμटी की टीम एलएनआईपीई गई थी, हमने जांच पड़ताल के लिए मैस के सभी सामान के सैंपल जब्त कर भोपाल भेजे हैं। विनोद सिंह, एसडीएम