कोलसानी निपटा गए 20 करोड़ की फाइल सिंह की संविदा नियुक्ति की फाइल भी बढ़ाई
भोपाल। राजधानी में विकास के मुद्दों पर एक साथ बैठने से कतराने वाले महापौर परिषद के सदस्यों की सोमवार को आनन-फानन में आईएसबीटी स्थित आॅफिस में बैठक बुलाई गई। मामला सोमवार को रिटायर हुए अपर आयुक्त एमपी सिंह की संविदा नियुक्ति का था। महापौर मालती राय वक्त से पहले ही पहुंच गई थीं। पूरा मामला गोपनीय तरीके से निपटाया जाना था, लिहाजा संविदा नियुक्ति का मामला बैठक के एजेंडे में शामिल नहीं किया गया। इधर, सूत्रों की मानें तो रविवार रात तबादले के बाद सोमवार को आयुक्त केवीएस चौधरी कोलसानी दिनभर सक्रिय रहे। उन्होंने एमपी सिंह की संविदा नियुक्ति का पत्र शासन को भेजने के साथ ही 20 करोड़ रुपए से ज्यादा की फाइलें भी निपटार्इं। कई आदेश भी जारी किए। मीटिंग हॉल में वह अधिकारियों और कॉन्ट्रैक्टर्स से घिरे रहे। इधर, नव नियुक्त निगम आयुक्त फ्रेंक नोबल ए को पदभार ग्रहण करने के लिए करीब दो घंटे का इंतजार करना पड़ा। विरोध के बाद भी संविलियन की तैयारी: मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी, जबलपुर के सहायक अभियंता चंचलेश गिरहरे 3 साल से अधिक समय से निगम में प्रतिनियुक्ति पर हैं। उनको परिवहन जैसी अहम शाखा में सहायक यंत्री का जिम्मा दिया गया है। गिरहरे को निगम में संविलियन करने की कोशिश काफी समय से चल रही है। इसका नगर निगम, भोपाल के मूल इंजीनियरों ने विरोध किया था। साथ ही निगम आयुक्त और आला अधिकारियों से लिखित में आपत्ति दर्ज कराई थी कि इससे उनका नुकसान होगा। इसके बाद भी गिरहरे के संविलियन की फाइल नहीं रुकी। महापौर परिषद ने सोमवार को सहायक यंत्री के पद पर संविलियन का प्रस्ताव शासन को भेजने की अनुमति दे दी।
इन प्रस्तावों को मिली मंजूरी
- पांच कचरा ट्रांसफर स्टेशनों पर मैकेनिकल उपकरणों के लिए 20.67 करोड़ रुपए की मंजूरी।
- हाउसिंग फॉर आॅल के तहत मालीखेड़ी प्रोजेक्ट में दो वर्ष के मेंटेनेंस के लिए 20 हजार रुपए लेना।
- भानपुर के आरक्षित श्रेणी के खाली मकान अनारक्षित करना।
रिटायरमेंट के दिन एमपी सिंह को संविदा नियुक्ति की चर्चा
अपर आयुक्त एमपी सिंह सोमवार को रिटायर हो गए। हालांकि, दिन भर उन्हें संविदा नियुक्ति दिए जाने की चर्चा रही। एमआईसी की बैठक में भी इस पर बात हुई। बताया जा रहा है कि शासन से अभी अनुमति नहीं मिली है। अनुमति मिलते ही आदेश जारी हो जाएगा।