1 फरवरी को आएगी कायाकल्प की टीम, टॉप टेन में आने का दावा
ग्वालियर। जिला अस्पताल प्रबंधन को इन दिनों मरीजों से अधिक चिंता, कायाकल्प की टीम के निरीक्षण की नजर आ रही है। प्रदेशभर के सभी जिला अस्पतालों में होने वाले इस स्पर्धा को लेकर जिला अस्पताल मुरार में 1 फरवरी को टीम आने वाली है। अस्पताल प्रबंधन को उम्मीद है कि इस साल कायाकल्प की रैंकिंग में जिला अस्पताल मुरार टॉप टेन स्थान हासिल कर लेगी। जानकारी के मुताबिक यह टीम इसी महीने के आखिरी सप्ताह में हॉस्पिटल में निरीक्षण के लिए आएगी, गत वर्ष की बात की जाए तो जिला अस्पताल मुरार को कायाकल्प की रैंकिंग में 17 वां स्थान हासिल किया था, अब देखना यह है कि बाहर से आने वाली टीम को अस्पताल की व्यवस्थाएं कहां तक प्रभावित कर पाती हैं।
कायाकल्प की टीम बड़ी ही बारीकी से अस्पताल का निरीक्षण करती है यह केवल अस्पताल की साफ-सफाई ही नहीं बल्कि मरीजों का किस प्रकार उपचार एवं मरीजों से अस्पताल के स्टाफ द्वारा किस प्रकार का व्यवहार किया जाता है, इन सब को जांचती है, इसी के हिसाब से अस्पताल को नंबर दिए जाते हैं और जो खामियां मिलती हैं उनको नोट किया जाता है।
29 कमरों में चल रही ओपीडी
जिला अस्पताल मुरार में 20 करोड़ रुपए की लागत से बने नए भवन में लगातार सुविधाएं बढ़ रही हैं, अस्पताल प्रबंधन द्वारा सभी 29 कमरों में ओपीडी संचालित हो रही है, जिसकी वजह से मरीजों को अब इधर से उधर भटकना नहीं पड़ रहा है, साथ ही डॉक्टरों को भी मरीजों को देखने के लिए पर्याप्त स्थान मिल रहा है।
कायाकल्प की टीम एक फरवरी को निरीक्षण के लिए आ रही है, हमारी तैयारी चल रही है। उम्मीद है कि पिछले साल हमें 17 वीं रैंक हासिल हुई थी, इस साल हमें उम्मीद है कि शीर्ष 10 में हमें स्थान मिले। डॉ. आलोक पुरोहित,आरएमओ जिला अस्पताल मुरार