पीपुल्स यूनिवर्सिटी में मार्गी विजय कुमार एवं साथी कलाकारों ने दी कथकली की प्रस्तुति
स्पिक मैके भोपाल चैप्टर द्वारा सुप्रसिद्ध कथकली कलाकार मार्गी विजय कुमार और उनके दल द्वारा पीपुल्स यूनिवर्सिटी में बुधवार को कथकली की बारीकियों के बारे में बताते हुए नृत्य-नाटिका का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर पीपुल्स विवि के कुलपति डॉ. राजेश कपूर , कुल सचिव डॉ. नीरजा मल्लिक, पीपुल्स विवि के डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर संजय सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर कथकली कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
मुद्राओं और अंग संचालन का खूबसूरत प्रदर्शन किया
मार्गी ने कथकली नृत्य से पूतना वध का दृश्य अपनी भाव भंगिमा, अंगों की थिरकन व क्रियाओं से इतना सजीव व जीवंत प्रदर्शन किया कि दर्शक दंग रहे गए। सभा भवन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। प्रस्तुति के समय मार्गी के चेहरे पर आया एक-एक भाव सराहनीय रहा। उन्होंने कथकली में प्रयोग होने वाली विभिन्न मुद्राओं, अंग संचालन और नवरसों का खूबसूरत प्रदर्शन किया। कथकली नृत्य की बारीकियों से दर्शकों को अवगत कराया।
कथकली नृत्य में 24 मुख्य मुद्राएं
कथकली नृत्य कला में 24 मुख्य मुद्राएं होती हैं, जिन्हें हाथों से दर्शाया जाता है। जिनमें कुछ मुद्राएं एक हाथ से और कुछ दोनों हाथों से दर्शायी जाती हैं। कथकली में इन मुद्राओं द्वारा लगभग 470 सांकेतिक चिन्हों को दर्शाया जाता है। मार्गी विजयकुमार प्रसिद्ध कथकली कलाकार हैं, जिन्होंने महिला भूमिकाओं में विशेषज्ञता हासिल की है। वे दिवंगत पद्मश्री कलामंडलम कृष्णन नायर की शिष्य हैं, उन्होंने दमयंती, पांचाली, मोहिनी और कुंती जैसे पुराण पात्रों के अपने मार्मिक संचालन में नाम प्राप्त किया है।