करवा चौथ आज: निर्जला व्रत रखकर सुहाग की लंबी उम्र की कामना करेंगी महिलाएं

करवा चौथ आज: निर्जला व्रत रखकर सुहाग की लंबी उम्र की कामना करेंगी महिलाएं

जबलपुर। अपने सुहाग की लंबी उम्र की का मना कर मनाया जाने वाला करवा चौथ का व्रत आज है। रात 12 बजे के बाद निर्जला व्रत रखकर बुधवार की रात चांद निकलने पर छलनी से चांद और अपने पति का दीदार व्रतधारी महिलाएं करेंगी। इसके लिए गजब का उत्साह देखने मिल रहा है। बुधवार को ब्यूटी पार्लरों में लंबी वेटिंग है। मेंहदी लगाने के लिए भी कतारें लगानी होंगी। करवा चौथ की सामग्री करबा,सींक आदि के लिए बाजार सजे हुए हैं और मुख्य रूप से फुहारा और सभी उपनगरीय इलाकों में भारी भीड़ देखी गई। महिलाओं के लिए यह व्रत तीजा की तरह बेहद कठिन माना जाता है इसमें ज्यादातर महिलाएं पानी तक नहीं पीतीं। पति के लिए वे यह कष्ट हंसते-हंसते उठाती हैं। पति भी उन्हें व्रत पूर्ण होने पर उपहार देते हैं। वहीं उनका पूरे समय ध्यान रखते हैं।

सजे-धजे करबों की मांग ज्यादा

बाजार में रंगीन और आकर्षक सजे हुए मिट्टी के करबों की मांग ज्यादा है। इनकी कीमत 50 से 100 रुपए तक है। वहीं बाजार में श्रृंगार सामग्री और पूजन सामग्री की बिक्री में भी जबर्दस्त उछाल आया है। पर्व के दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं। समय के साथ ट्रेंड मे बदलाव देखने मिल रहा है और अब महिलाएं घर की बजाय ब्यूटी पार्लर जाकर साज-सज्जा करवाती हैं।

ऐसे रखा जाता है व्रत

रात के 12 बजे से महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। चांद निकलने के पूर्व वे करबा के समक्षदीपक जलाकर मेवा मिष्ठान से भोग लगाती हैं और करवा महारानी की कथा सुनती हैं। पंजाबी समाज में यह त्योहार बड़े उत्साह उमंग से मनाया जाता रहा है जिसे अब सभी ने अपना लिया है। चांद के निकलने पर छलनी में चांद और पति का एक साथ दीदार किया जाता है,इसके उपरांत पति अपनी पत्नी को पानी पिलाकर और मिष्ठान खिलाकर व्रत समाप्त करवाते हैं। पहली बार व्रत रख रहीं नव विवाहिताओं में पहली बार करवा चौथ व्रत को लेकर काफी उत्साह बना हुआ है। यह पर्व पति-पत्नी के अटूट रिश्ते की मिसाल है। माता पार्वती और शिव के पूजन में महिलाएं 16 श्रृंगार कर व्रत का पालन करती हैं। इस वर्ष करवा चौथ के दिन अद्भुत संयोग का निर्माण भी हो रहा है, जिसमें शिवयोग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कार्य या पूजा शुभ फल प्रदान करती है। साथ ही इस दिन वक्रतुण्ड संकष्टी चतुर्थी भी मनाई जाएगी।