ज्योति की ट्रेनिंग से महिलाओं के जीवन में रोजगार की रोशनी

ज्योति की ट्रेनिंग से महिलाओं के जीवन में रोजगार की रोशनी

ग्वालियर हर महिला की तरह ही ज्योति चौहान का भी सपना था कि वह अपने पैरों पर खड़ी हो। उसने अपने सपने को कड़ी मेहनत और लगन से हासिल किया। इसके साथ ही उसने अपने लक्ष्य को दूसरों के सपने साकार करने में भी लगा दिया। ज्योति और उनकी टीम महिलाओं को ब्यूटी पार्लर से लेकर पापड़ एवं दोने पत्तल बनाने की मुफ्त में ट्रेनिंग देकर इन्हें रोजगार उपलब्ध कराती है।

ज्योति ने अब तक 80 महिलाओं को ट्रेनिंग दी है, जिनमें से 45 महिलाओं को रोजगार मिल चुका है। समाजसेवा के क्षेत्र में दिन- रात काम कर रही ज्योति का फोकस ग्रामीण इलाकों पर हैं। ज्योति की योजना है कि एक सामुदायिक भवन लेकर काम को बढ़ाया जाए। उन्होंने इसके लिए आवेदन दिया था, जो मंजूर हो गया है। हालांकि, पजेशन मिलना बाकी है।

मोटे अनाज को लेकर ला रहीं जागरूकता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोटे अनाज के प्रयोग का संदेश दे रहे हैं। इसी क्षेत्र में महिलाओं को ट्रेनिंग देने का काम भी ज्योति द्वारा किया जा रहा है। वह महिलाओं को मोटे अनाज के प्रोडक्ट बनाने की ट्रेनिंग दे रही हैं।

छोटी बेसहारा बच्चियों को भी दे रहीं आसरा: ज्योति महिलाओं को ट्रेनिंग देने के साथ ही महिला सशक्तिकरण एवं बच्चियों को आसरा देने का काम करती हैं। इसके लिए इन्होंने एक फ्लैट किराए पर लेकर बेसहारा बच्चियों को रखने का काम शुरू किया। बाद में उन्हें हॉस्टल में पहुंचा देती हैं।

ज्योति जी से दो साल पहले जेल में मुलाकात हुई थी। मैंने उनसे सिलाई की ट्रेनिंग ली और काम शुरू कर दिया। आज मैं इस रोजगार से अपने दो बच्चों का पाल रही हूं। - क्षमा देवी, ट्रेनिंग लेने वाली महिला