प्याजभरे ट्रकों के जाम ने जनता के निकाले आंसू

प्याजभरे ट्रकों के जाम ने जनता के निकाले आंसू

इंदौर। स्थानीय देवी अहिल्या सब्जी मंडी में एक लाख बोरी से अधिक प्याज रोज आ रहा है। भारी आवक के साथ जाम लगने से कारोबार थमासा रहा। इस दौरान हम्माल हड़ताल पर चले गए। व्यापारियों ने काम बंद की धमकी दी। यह सब वाकया घटा चोइथराम मंडी में। वहीं, महाराष्ट्र से प्याज लेकर इंदौर आए किसान किसी तरह प्याज बेच निकलने की जुगत में लगे रहे। मंडी सचिव के निजी प्रयास से सुबह से लगा जाम रात करीब 8.45 बजे खुल पाया। दिन में तो स्थिति इतनी विकट थी कि आधा किमी पार करने में दो घंटे से अधिक लग रहा था।

महाराष्ट्र में मंडियों के बंद रहने से किसान परेशान थे। प्याज तैयार था जिसे उन्हें जल्दी बेचना था सो वह इंदौर सब्जी मंडी आ गए। बताया गया बीती रात सीएम का प्रोग्राम था। पहले से गाड़ियां मंडी में थीं। चूंकि आवक डबल से भी अधिक थी सो जिन गाड़ियों को इंट्री नहीं मिली, उन्होंने बैरिकेड हटाकर मंडी में प्रवेश कर लिया। यहां पहले से गाड़ियां थीं। ऐसे में एक्स्ट्रा गाड़ियों के आने से रास्ता जाम हो गया। अंदर व्यापारी गुस्सा हो गए कैसे नीलामी होगी? वह व्यापार बंद करने की बात करने लगे। मंडी सचिव ने उन्हें समझाइश दी कि आप लोग सीधे गाड़ी का सौदा कर लो, इससे बाहर के बाहर गाड़ी डिस्पैच हो जाएगी, किंतु वह नहीं माने, अंतत: नीलामी हुई।

हम्माल हुए खफा

दोपहर 2 बजे तक काम नहीं मिलने से नाराज हम्मालों ने कह दिया हम माल नहीं भरेंगे। अब नई दिक्कत गाड़ियां भरेगी नहीं तो निकलेगी कैसे? खैर समझाइश दी, धीरे-धीरे गाड़ियां भरना शुरू हुईं और कारोबारियों के सहयोग से गाड़ियां निकालना शुरू हुईं।

कैसे होता है मंडी में काम

आलू-प्याज मंडी में रात 11 से सुबह 8 बजे तक प्याज की गाड़ियां आती रहती हैं। सुबह 6 बजे से बोरी लगना शुरू होती है और 9 बजे से दोपहर एक तक नीलामी चलती है। जिस प्याज की नीलामी हो जाती है, उसे व्यापारी गाड़ियों में भरकर ले जाते हैं। दोपहर एक बजे बाद गाड़ियां रवाना होना शुरू होती हैं।

रात पौने 9 बजे हुआ यातायात सुगम

मंडी सचिव एनके परमार ने बताया कि रात 8.45 तक जाम पूरी तरह खुल गया। कारोबारियों को बढ़ती प्याज की आवक को परेशानी न मानते हुए नई तरह की अपॉर्च्युनिटी मानना चाहिए।