ट्रॉमा सेंटर में जेआर ने लहराया ननचाकू, वीडियो हुआ वायरल
ग्वालियर। जीआरएमसी में पहली बार ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक जूनियर पीजी छात्र अपने सीनियर छात्रों पर भारी पड़ रहा है, बल्कि उन पर हमले भी कर रहा है। यह मामला है अस्थि रोग विभाग का, जिसमें जेआर (जूनियर रेसीडेंट), पीजी छात्रों पर भारी पड़ रहा है। पीजी छात्रों की मानें तो यह छात्र न केवल उन्हें गालियां देता है, बल्कि अपने साथ बैग में ननचाकू रखता है, जब कभी भी यह बैग से निकालकर अटेंडरों के साथ स्टंट करना प्रारंभ कर देता है। यह मामला है जेएएच समूह के अधीक्षक डॉ. आरकेएस धाकड़ के अस्थि रोग विभाग का। पीजी छात्र निशांत गुप्ता नाम के इस जेआर से परेशान हो चुके हैं।
परेशान छात्रों का कहना है कि यह निशांत गुप्ता नाम का जेआर कभी भी कोई घटना कर सकता है और इस समस्या से विभाग के आला अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन जेआर पर कार्रवाई करने की बजाय हमारे सीनियर हमें ही फटकार लगा देते हैं, इसके साथ ही ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी डॉक्टर को भी सारी स्थिति से अवगत कराया जा चुका है। ऐसे में प्रबंधन के आला अधिकारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं, ट्रॉमा सेंटर जैसे स्थान पर आए दिन इस प्रकार की घटना हो रही है, जिम्मेदार सब कुछ जानकर भी अनजान बन रहे हैं। जबकि हाल ही में 24 दिसंबर को डॉ. निशांत गुप्ता की यह हरकत अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, परेशान छात्रों ने इसका वीडियो भी वायरल कर दिया है।
डीन को सौंपा ज्ञापन, हटाने की मांग
ट्रॉमा सेंटर के इन हालातों से परेशान होकर पीजी छात्र मंगलवार की दोपहर जीआरएमसी डीन डॉक्टर अक्षय निगम के पास पहुंचे। अस्थि रोग विभाग के पीजी छात्रों ने जेआर की इस हरकत से डीन को अवगत कराते हुए कहा कि डॉ. निशांत गुप्ता आए दिन पीजी छात्रों पर ननचाकू सहित अन्य हथियार से हमला कर रहा है। इसमें हमारे साथी भी घायल हो जाते हैं और जाति सूचक गाली भी इसके द्वारा दी जाती है, यह आए दिन किया जा रहा है। इसलिए अस्पताल की व्यवस्था सही रखने, इन पर कार्रवाई कर ट्रॉमा सेंटर से हटाया जाए।
यह मामला डॉ. आरकेएस धाकड़ के विभाग का है। परेशान छात्र मेरे पास आए थे। मैंने उन्हें अधीक्षक डॉ. धाकड़ के पास भेज दिया है। डॉ. अक्षय निगम, डीन जीआरएमसी