आधा दर्जन स्कूली बच्चों को रानीताल पार करना मुश्किल
जबलपुर। एक तरफ शासन स्कूल चलें हम अभियान चला रहा है, दूसरी तरफ कठिन रास्ते से स्कूल पहुंच रहे बच्चे सवाल उठा रहे हैं कि कैसे स्कूल जाएं हम। राइट टाउन क्षेत्र में जाने वाले स्कूली बच्चों को रानीताल पार करना मुश्किल हो रहा है। आए दिन एक ओर की सड़क बंद होने से छात्र-छात्राएं बमुश्किल रानीताल तक पहुंच पाते हैं। वहीं कीचड़ में उनके जूते और यूनीफार्म पूरी तरह सन जाते हैं। ट्रेफिक जाम के कारण कई बच्चे स्कूल में विलंब से पहुंचते हैं और बेवजह सजा का खामियाजा भी भुगत रहे हैं। उल्लेखनीय है कि रानीताल के टेलीग्राफ छोर वाला रास्ता शुरू हो गया है। इसके बाद भी आए दिन यह मार्ग भी बंद कर दिया जाता है। हालांकि सुरक्षा बतौर रोड बंद की जाती है। ऐसे में दूसरे छोर पर लंबा जाम लग रहा है और रानीताल मुख्य चौक पर कीचड़ के कारण पैदल चलने लायक रास्ता भी शेष नहीं रहता है। इसी तरह रानीताल स्थित हनुमान मंदिर और पेट्रोल पंप के समीप मार्ग बड़े-बड़े गड्ढों में दुर्घटना की आशंका बनी हुई है।
करीब ही आधा दर्जन स्कूल
μलाई ओवर मार्ग पर राइट टाउन क्षेत्र से लगे इलाकों में आधा दर्जन से अधिक निजी और शासकीय स्कूल हैं। इन मार्ग पर आए दिन कार्य के चलते दुविधा की स्थिति बनी रहती है। कोई यह बताने तैयार नहीं रहता कि किस मार्ग पर यातायात सुगम हो सकता है।
ये विद्यार्थी हो रहे परेशान
रानीताल से लगा बिदामबाई स्कूल, शा. प्राथमिक स्कूल μलाई ओवर ब्रिज मार्ग के मुंहाने पर हैं। वहीं महाराष्ट्र हासे स्कूल, डीएन जैन स्कूल, महाकोशल स्कूल के विद्यार्थियों को कठिन परिस्थितियों में स्कूल पहुंचने मजबूर होना पड़ रहा है। इसके अलावा समीपी क्षेत्रों में कई नर्सरी- केजी व क्लास 5 तक के निजी स्कूल के नौनिहाल इस मार्ग से निकल रहे हैं। बताया गया है कि सबसे ज्यादा डर इस बात का है कि पूरे ट्रेफिक के बीच से ही भारी मशीनें और क्रेन भी निकलती हैं, जिनसे बच्चों को भय बना रहता है। वहीं रानीताल गौशाला मार्ग पर पुल के ऊपर सेंट्रिंग आदि खोलने, रंगाई-पुताई से अस्थाई रोड बंद रहती है, यहां से बच्चों का निकलना मुश्किल हो रहा है।