एडीबी प्रोजेक्ट में 77 करोड़ रिकवरी की जांच जनकगंज-सिटी सेंटर थानों को दी
ग्वालियर। भले ही प्रोजेक्ट उदय (एडीबी) में हुए भ्रष्टाचार पर ऑडिट की आपत्ति पर प्रदेश शासन ने 77 करोड़ की रिकवरी-दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के पत्र आने पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन जांच को जनकगंज-सिटी सेंटर थाने को देने व घुमाने से कर्मचारी संगठनों में नाराजगी छाई है, जिसके चलते संगठन पदाधिकारी भोपाल स्तर पर बैठे पदाधिकारियों से शिकायत करने जा रहे हैं।
नगर निगम में पदस्थ अधिकारी बड़ी योजनाओं का बंटाधार करने में पीएचडी कर चुके हैं। 2007 में 110 करोड़ रुपए की लागत से प्रोजेक्ट एडीबी में जमकर भ्रष्टाचार हुआ था। इस योजना में 300 किलोमीटर पानी की लाइनें डाली जानी थीं। इसके अलावा तिघरा बांध के पास वाटर फिल्टर प्लांट, रॉ वाटर पम्पिंग स्टेशन, 15 पानी की टंकियां एवं शहर में स्ट्रॉम वाटर निकासी के लिए नाले भी बनाए गए। योजना में उपनगर ग्वालियर सहित कई स्थानों पर पानी की लाइनें डाली गईं।
प्रोजेक्ट के अनुसार अमृत की तरह बिना टिल्लू पंप के पानी घरों तक पहुंचना था, लेकिन यह ख्वाब बनकर रह गया। जिम्मेदारों की निगरानी में हुए कार्यों के चलते कई किलोमीटर पानी की लाइनें डाली गईं, लेकिन उनका मिलान तक नहीं किया गया, जिससे लाखों लोग परेशान रहे। शिकायतें अधिक होने पर नगरीय प्रशासन विभाग भोपाल ग्वालियर नगर निगम को भेजे पत्र में स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए हैं कि शिकायत का परीक्षण कर अवगत कराया जाए। वहीं पत्र की कॉपी भी शिकायतकर्ता व कर्मचारी संगठन नेता विष्णु शर्मा को दी गई है।
भोपाल में करेंगे जांच घुमाने की शिकायत
कर्मचारी संगठनों का कहना है कि प्रोजेक्ट का काम शहर के दो दर्जन से ज्यादा वार्डों में हुआ था, लेकिन पुलिस द्वारा जांच के लिए स्पेशल टीम बनानी थी, लेकिन मामले को पहले जनकगंज व बाद में सिटी सेंटर थानों के बीच कार्रवाई के लिए बांटा है। ऐसे में जांच घुमाने पर भाजपा समर्थित स्वयंसेवक कर्मचारी संगठन भोपाल स्तरीय अधिकारियों से शिकायत करेंगे।
अधिकारी भी झाड़ रहे हैं प्रोजेक्टों की जांच से पल्ला
एक ओर 110 करोड़ के एडीबी प्रोजेक्ट मामले में शिकायत पर कार्रवाई के लिए निगमायुक्त के पास पत्र आ गया है, तो दूसरी ओर पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। जिसके चलते जांच जनकगंज व सिटी सेंटर थाने को दी गई है। जिसके चलते जनकगंज थाने की ओर से शिकायतकर्ता विष्णु शर्मा को पत्र भेजकर कथन के लिए बुलाया गया है।
जनकगंज थाने से जांच के चलते कथन देने बुलाया है और उसके बाद सिटी सेंटर थाने में जांच होगी। मामले की एकजाई जांच होनी थी, मामले पर भोपाल स्तरीय अधिकारियों से चर्चा करेंगे। विष्णु शर्मा, शिकायतकर्ता व प्रदेश महामंत्री स्वयंसेवक अधिकारी कर्मचारी संघ