टाइम लिमिट ओवर, अधूरा काम रहने पर टला इंटरनेशनल मैच!
ग्वालियर। शंकरपुर में 140 करोड़ से बन रहा प्रदेश का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम आधे अधूरे कामों की मिसाल बन गया है। एप्रोच रोड नहीं बनी है, साथ ही सीवेज की व्यवस्था ठीक नहीं होना भी बड़ी समस्या है। सीवेज के लिए स्टेडियम में 12 सेप्टिक टैंक बनाए गए हैं। लेकिन गंदा पानी निकालने के लिए नालों का निर्माण नहीं हो सका है। स्टेडियम में मैदान के चारों और करीब 400 मीटर की सीसी रोड बनाया जाना है। स्टेडियम के मुख्यगेट तक पहुंचने वाली 500 मीटर लंबी रोड एनएचएआई को बनानी है। लेकिन अभी तक इसे बनाने का काम शुरू नहीं किया गया है।
पिच का काम भी अधूरा
स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए नेट प्रेक्टिस के लिए पिच का काम भी अधूरा है। इसे पूरा करने के लिए भी जनवरी के पहले सप्ताह की तारीख तय की गई है। पिच क्यूरेटर संजीव अग्रवाल को भी बुलाया है।
एप्रोच रोड का काम शुरू नहीं
स्टेडियम के मुख्यगेट तक पहुंचने वाली 500 मीटर लंबी रोड एनएचएआई को बनानी है। लेकिन अभी तक इसे बनाने का काम शुरू नहीं किया है। एमपीसीए के सीईओ रोहित पंडित कहते हैं कि जब तक हाईवे यह रोड नहीं बनाएगा स्टेडियम तक चार पहिया वाहनों का पहुंचना मुश्किल है।
स्टेडियम के शेष अधूरे काम को पूरा करने के लिए 5 जनवरी की डेडलाइन दी गई है। इस तारीख तक सबकुछ पूरा करना है। - रोहित पंडित, सीईओ, एमपीसीए