मेडिकल यूनिवर्सिटी का नवाचार : छात्रों के लिए शुरू की गई ई-लायब्रेरी
जबलपुर। प्रदेश की पहली मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी (एमयू) ने मेडिकल छात्रों के लिए ई-लायब्रेरी की सुविधा शुरू कर दी है। विवि में ऑनलाइन व्यवस्था में कुलपति प्रो. डॉ. अशोक खंडेलवाल के नवाचार से छात्रों को घर बैठे ही बुक्स को पढ़ने की सुविधा मिलेगी। बताया जा रहा है कि लंबे समय से विवि प्रशासन के सामने छात्र इस बात की मांग कर रहे थे लेकिन ऑनलाइन के लिए बेहतर व्यवस्था न होने के कारण विवि इसे शुरू नहीं कर पा रहा था।
इसके बाद कुलपति ने इसकी समीक्षा करते हुए संबंधित विभाग को व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए निर्देशित किया था। गौरतलब है कि इससे पहले विवि प्रशासन ने छात्रों की शिकायतों के निपटारे के लिए ऑनलाइन कम्पलेंट मैनेजमेंट सिस्टम को भी सीएम हेल्प लाइन की तर्ज पर शुरू किया है। साथ ही हाल ही में कॉलेजों की एफीलिएशन की प्रक्रिया भी अब पूरी तरह से ऑनलाइन शुरू कर दी गई है।
पहले फेस में अपलोड कराई 500 बुक्स
विवि के कुलसचिव डॉ. पुष्पराज सिंह बघेल ने बताया कि विवि ने ई- लायब्रेरी को शुरू कर दिया है। इसमें हमने पहले फेस में 500 बुक्स को अपलोड भी करा दिया है। सेंकड फेस में हम सभी विधाओं की बुक्स को अपलोड कराएंगे इस नई सुविधा से छात्रों के साथ फैकल्टी को भी फायदा होगा।
डाउनलोड के साथ प्रिंट निकालने की होगी सुविधा
विवि के पोर्टल पर ई-लायब्रेरी में सेक्शन वाइस बुक्स पढ़ने के लिए छात्रों को मिलेंगी। यदि छात्र उसमें से कुछ कंटेंट को डाउनलोड करना चाहता है तो वह डाउनलोड कर सकता है और उसका प्रिंट भी ले सकेगा।
विवि पेपरलैस वर्किंग की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। इसी क्रम में छात्रों के लिए विवि ने नवाचार करते हुए ई-लायब्रेरी की सुविधा शुरू कर दी है। यह मेडिकल के छात्रों के लिए नि:शुल्क होगी। -डॉ. अशोक खंडेलवाल, कुलपति मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विवि जबलपुर