तीन दिन पुरानी मां-बाप की लाश के साथ घर में बंद मिला मासूम

तीन दिन पुरानी मां-बाप की लाश के साथ घर में बंद मिला मासूम

ग्वालियर। अपनी मां के आंचल में एक साल तक पला मासूम घर में मां और पिता की मौत के तीन दिन बाद भी मां के शव के आस पास ही रहा। मासूम घर में अकेला अपनी मां को देखकर भूखा प्यासा रोता बिलखता रहा, लेकिन इस बात की कानों कान खबर पड़ोस में किसी को नहीं लगी। मंगलवार शाम जब उस मासूम की दादी उसके भाई और बहन को लेकर लौटी तो पता चला कि मासूम तीन दिन तक दो लाशों के बीच भटकता रहा। यह घटना ग्वालियर थाना के मैदाई मोहल्ला की है जहां रहने वाले सोनू उर्फ भीमा खान (35) व उसकी पत्नी शबाना (32) ने तीन दिन पहले फांसी पर झूलकर आत्महत्या कर ली। दंपति के फांसी पर झूलने की जानकारी आज पुलिस को लगी जब मृतक सोनू की मां नूर आलम ईद के बाद अपने रिश्तेदारों के यहां से घर लौटी। उनके लौटने पर घर की कुंडी अंदर से लगी थी और मासूम के रोने की आवाज आ रही थी तभी पड़ोसियों ने ताकत लगाकर दरवाजा तोड़ा, तो सभी की आंखें फटी रह गर्इं। घर के अंदर सोनू और शबाना दोनों अलग- अलग कमरे में फांसी पर लटके थे। मामले की जानकारी लगते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और फोरेंसिक टीम को बुला लिया, जिसके बाद टीम ने जांच पड़ताल कर शवों को पीएम के लिए डैड हाउस भिजवा दिया है।

मासूमों को देख भावुक हुई पुलिस

माता-पिता के फांसी पर झूलने के बाद घर में तीन दिन शवों के साथ बंद रहे मासूम को देखकर पुलिसकर्मी भी भावुक हो गए। इसके बाद पुलिस ने मृतक दंपति के बच्चों को उनके रिश्तेदारों के साथ घटनास्थल से दूर भेज दिया गया ।

नशे का आदी था मृतक

मृतक सोनू की मां ने बताया कि वह नशे का आदी था जिसके चलते बहू और बेटे में आए दिन झगड़ा होता था, ईद से एक दिन पहले भी झगड़ा हुआ था तभी वह अपने दो बच्चों को लेकर ईद मनाने उनकी बुआ के घर चली गई थी।