इंदौर की पिच को तीन डिमेरिट अंक लग सकता है एक साल का प्रतिबंध
इंदौर। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच के लिए इस्तेमाल की गई होलकर स्टेडियम की पिच को ‘खराब’ करार दिया गया है। इसमें आॅस्ट्रेलिया ने भारत को तीसरे दिन 9 विकेट से शिकस्त दी। आईसीसी ने पिच को 3 डिमेरिट अंक दिए हैं। ये अंक पांच साल के लिए सक्रिय रहेंगे। इन पांच वर्षों में यदि दो डिमेरिट अंक और दिए गए तो होलकर स्टेडियम में एक साल के लिए अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित करने पर प्रतिबंध लग जाएगा। आईसीसी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, आईसीसी मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड ने अपनी रिपोर्ट आईसीसी को सौंप दी है, जिसमें उन्होंने मैच अधिकारियों और दोनों टीमों के कप्तानों से बात करने के बाद उनकी चिंताएं व्यक्त कीं। इस आकलन के बाद स्थल को 3 डिमेरिट अंक दिए गए हैं। इस रिपोर्ट को बीसीसीआई को भेज दिया गया है। बीसीसीआई इस रेटिंग के खिलाफ 14 दिन में अपील कर सकता है। बता दें कि भारतीय टीम दोनों पारियों में 109 और 163 रन का स्कोर बना पाई, जबकि आॅस्ट्रेलिया ने 197 और दूसरी पारी में 76 रन के लक्ष्य का पीछा कर 9 विकेट से जीत हासिल की।
पिच पर कोई भी सीम मूवमेंट नहीं था : ब्रॉड
ब्रॉड ने कहा कि पिच बहुत सूखी थी, इसने बल्ले और गेंद के बीच कोई संतुलन नहीं मुहैया कराया। इस पर शुरू से ही स्पिनरों को मदद मिल रही थी। मैच की पांचवीं गेंद पिच की सतह से टूट गई और इसने कभी-कभार पिच की सतह को भी तोड़ना जारी रखा, जिस पर जरा भी या कोई भी सीम मूवमेंट नहीं मिल रहा था। पूरे मैच के दौरान अत्यधिक और असमान उछाल रहा।
पांच साल में 5 डिमेरिट पॉइंट्स तो लगता है बैन
आईसीसी द्वारा होलकर स्टेडियम की पिच को खराब रेटिंग मिलने के बाद अब बीसीसीआई के पास अपील करने के लिए 14 दिन का समय है। अगर अपील नहीं की गई तो स्टेडियम पर 3 डिमेरिट पॉइंट्स बने रहेंगे। अगर 5 साल के अंदर किसी स्टेडियम को 5 डिमेरिट पॉइंट्स मिलते हैं तो उस स्टेडियम को एक साल के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट की मेजबानी से बैन कर दिया जाता है।
1997 में बाउंस के कारण रोका गया था इंदौर में मैच
नेहरू स्टेडियम में 25 दिसंबर 1997 को भारत और श्रीलंका के बीच वन डे मैच होना था। पहले ही ओवर से गेंद बहुत बाउंस हो रही थी। टप्पे के साथ ही धूल भी उड़ रही थी। एक बल्लेबाज को गेंद भी लगी थी, जिससे वह चोटिल भी हो गया था। इसके बाद श्रीलंका टीम के कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने खेलने से मना कर दिया था। खराब पिच के कारण तब आईसीसी ने इंदौर पर प्रतिबंध लगा दिया था।