मप्र में सबसे अधिक 30 लाख वाहन इंदौर में, भोपाल दूसरे, जबलपुर तीसरे नंबर पर

मप्र में सबसे अधिक 30 लाख वाहन इंदौर में, भोपाल दूसरे, जबलपुर तीसरे नंबर पर

इंदौर। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में वाहनों की संख्या ने 30 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है। गुरुवार शाम तक यहां पर पंजीकृत वाहनों का अधिकृत आंकड़ा 30 लाख 53 हजार को पार कर गया। जो प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में सबसे अधिक है। गौर करने वाली बात यह है कि इंदौर जिले में कुल मतदाताओं की संख्या ही 27 लाख 62 हजार हैं। बीते साल संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में जारी हुई मतदाता सूची में इतने मतदाता थे। वहीं राजधानी भोपाल इस मामले में 18 लाख 47 हजार से ज्यादा वाहनों के साथ दूसरे स्थान पर है। जबकि जबलपुर में 12 लाख 27 हजार 789 और ग्वालियर में जबलपुर से थोड़े कम यानी 12 लाख 24 हजार 475 वाहन पंजीकृत हैं। परिवहन विभाग द्वारा हाल ही में तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, इंदौर आरटीओ में 30 लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हो गए हैं। इन वाहनों में नए वाहनों के साथ साथ दूसरे प्रदेशों आकर यहां पर पंजीकृत होने वाले वाहन शामिल हैं। यह संख्या प्रदेश में सबसे अधिक है। इंदौर में हर माह सभी श्रेणी के मिला कर करीब 15 हजार से अधिक वाहन पंजीकृत होते हैं। बीते साल यहां पर एक लाख 88 हजार वाहन पंजीकृत हुए थे, जिसके हिसाब से हर दिन औसतन 517 वाहन पंजीकृत हुए थे।

वीआईपी नंबरों के लिए भी लोगों में दीवानगी

इंदौर में वाहनों के वीआईपी नंबरों को लेकर भी अलग ही दीवानगी है। विशेषकर कारों के 0001 नंबर के लिए वाहन मालिकों के बीच काफी प्रतिस्पर्धा रहती है। अब इन नंबरों को आॅनलाइन नीलामी के माध्यम से बेचा जाता है। कुछ साल पहले यह नंबर 13 लाख रुपए से अधिक कीमत में बिक गया था।

इंदौर में लोगों में वाहनों के प्रति ज्यादा लगाव

इंदौर में लोगों में वाहनों के प्रति काफी लगाव है, इसके अलावा वाहनों की जल्दी उपलब्धता के चलते यहां ज्यादा वाहन बिकते हैं। हमारा प्रयास रहता है, कि पंजीयन का काम जल्दी पूरा कर वाहन मालिकों को पंजीयन कार्ड उपलब्ध करवा दें। अर्चना मिश्रा, प्रभारी आरटीओ, इंदौर