आर्गेनिक फार्मिंग में भारत दुनिया के टॉप-5 देशों में शामिल : डीडीजी
जबलपुर। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के उप महानिदेशक (प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन) डॉ. एसके चौधरी अपने एक दिवसीय प्रवास पर रविवार सुबह जबलपुर पहुंचे। डॉ. चौधरी ने पीपुल्स समाचार से खास बातचीत में बताया कि जैविक (आर्गेनिक) खेती के मामले में दुनिया के टॉप-5 देशों में भारत शामिल है। हमारे देश में करीब 5 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में अभी आर्गेनिक फार्मिंग हो रही है इसकी ओर भी किसानों को प्रेरित करने का काम किया जा रहा है।
सिलेबस तैयार जल्द कॉलेजों में होंगे शुरू
डॉ. चौधरी ने बताया कि आर्गेनिक फार्मिंग के लिए सिलेबस तैयार हो चुके है। जल्द ही हम कृषि विवि व कॉलेजों में इन्हें शुरू करने जा रहे हैं। आर्गेनिक फार्मिंग में बहुत ही नई तकनीक वैज्ञानिकों ने इजाइ की है।
प्राकृतिक खेती के लिए रिसर्च जारी
डॉ. चौधरी ने बताया कि प्राकृतिक खेती के लिए अभी रिसर्च जारी है। इसके लिए रोग, कीट प्रबंधन व वैज्ञानिक तरीकों से नेचुरल फार्मिं पर अलग-अलग से शोध चल रही है। जल्द ही शोध के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
आर्गेनिक फार्मिंग का प्रोटोकॉल डेव्लप : डॉ. टिम्बाडिया
देश की पहली नेचुरल फार्मिंग साइंस यूनिवर्सिटी गुजरात के कुलपति डॉ. सीके टिम्बाडिया ने बताया कि विवि के वैज्ञानिकों ने आर्गेनिक फार्मिंग का प्रोटोकॉल डेव्लप कर दिया है। रिसर्च के दौरान आटोमाइजेशन और ड्रोन जैसी तकनीक बहुत कारगर साबित हुई हैं। आर्गेनिक और नेचुरल फार्मिंग दोनों में बहुत अंतर है अभी हमारे देश के किसानों को नेचुरल फार्मिंग की तरफ ले जाना हमारे लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। इसका कारण है कि किसानों के पास गो-वंश नहीं बचे हैं। नेचुरल फार्मिंग से उत्पादित होने वाली फसल की क्वॉलिटी और उत्पादन में किसी अन्य पद्धति से की गई खेती से पीछे नहीं है। नेचुरल फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए उनका विवि तेजी से काम कर रहा है।