केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र के साथ अभद्रता, गनमैन से हाथापाई, रिवाल्वर निकालने का प्रयास

अभिलाष की टिकट घोषित होते ही संभागीय कार्यालय में विरोध, नारेबाजी भी

केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र के साथ अभद्रता, गनमैन से हाथापाई, रिवाल्वर निकालने का प्रयास

जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को जिले की बची हुई 2 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। इनमें उत्तरमध्य विधानसभा से अभिलाष पाण्डेय को प्रत्याशी घोषित किया गया है तो सिहोरा से संतोष बरकड़े को प्रत्याशी बनाया गया है। अभिलाष की टिकट घोषित होते ही पूर्व मंत्री शरद जैन,धीरज पटेरिया, कमलेश अग्रवाल आदि दावेदारों के समर्थकों ने रानीताल स्थित संभागीय कार्यालय में जमकर हंगामा मचाया। इस अवसर पर यहां उपस्थित केन्द्रीय मंत्री व मप्र के चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव के साथ भीड़ में अभद्रता का प्रयास हुआ जिस पर उनके गनमैन ने उन्हें कवर किया इस पर गुस्साए कार्यकर्ताओं ने गनमैन के साथ ही हाथापाई शुरू कर दी जिससे वह सोफे पर गिर गया। गुस्से में गनमैन ने भी अपनी रिवॉल्वर निकालने का प्रयास किया जिसे कुछ नेताओं ने समझाईश दी,जिसके बाद वह शांत हुआ।

निर्दलीय खड़े होने पर जोर

सूत्रों की मानें तो इस हंगामें के बाद कई नेताओं के चहेतों ने निर्दलीय खड़े होने का मन बना लिया है। बताया जा रहा है कि कल कई दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में भी बड़े नेता निर्दलीय फार्म उठा सकते हैं। इसे लेकर सोशल मिडिया में भी नेताओं ने कई संकेतात्मक पोस्ट डाली हैं जिसमें विरोध साफ दिख रहा है। उत्तर-मध्य सीट शहर की सबसे हॉट सीट मानी जा रही है। लिहाजा यहां पर कई नेताओं की नजर रही। पहली दावेदारी पूर्व मंत्री शरद जैन की मानी जा रही थी जो कि विगत चुनाव में मात्र 578 मतों से पराजित हुए थे। इसके अलावा यहां से प्रभात साहू,धीरज पटैरिया, कमलेश अग्रवाल, स्वाती गोडबोले ने भी टिकट की अपेक्षा की थी। जहां तक बात अभिलाष पाण्डेय की है तो वे भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं,मगर वरिष्ठता में वे उपरोक्त नेताओं के बराबर नहीं हैं। जिस तरह से विरोध प्रदर्शन हुआ है उससे वरिष्ठ नेता भी स्तब्ध हैं।

वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ नारेबाजी असंतुष्ट

कार्यकर्ताओं की भीड़ रानीताल स्थित संभागीय कार्यालय में अंदर तक घुस गई और काफी समय तक वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ नारेबाजी करती रही। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को लेकर भी नारेबाजी की गई और टिकट बदलने की मांग की जाती रही। कुछ समय बाद यहां पर नगर अध्यक्ष प्रभात साहू तथा प्रदेश की वरिष्ठ नेत्री व राज्यसभा सांसद कविता पाटुंगा पहुंचीं जिन्होंने अंदर से सभी प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को बाहर किया। उग्र कार्यकर्ताओं ने नगर अध्यक्ष क ी बात तो मानी मगर वे नारेबाजी करते रहे। श्रीसाहू लगातार कार्यकर्ताओं को समझाईश देने का प्रयास करते रहे,मगर कार्यकर्ताओं का आक्रोश थमने का नाम ही नहीं ले रहा था।