शहर में बढ़े ओपन गैस गोदाम, मैदान या रोड किनारे बिक रहे सिलेंडर

शहर में बढ़े ओपन गैस गोदाम, मैदान या रोड किनारे बिक रहे सिलेंडर

जबलपुर। गैस कंपनियों की मनमानी के चलते अब शहर के अलग-अलग हिस्सों में करीब सौ जगह खुले मैदान, रहवासी इलाकों के बीच गैस टंकियों का वितरण किया जा रहा है। जिम्मेदार अपनी आंखें मूंदे हुए हैं, पूछे जाने पर जवाब मिलता है कि हम कार्रवाई करते हैं। इससे कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है जिसका खामियाजा बड़ी घटना के रूप में भुगतना पड़ सकता है।

शहरी क्षेत्र में ही ढाई लाख रसोई गैस उपभोक्ता हैं,वहीं 21 गैस कंपनियां हैं जिनके इतने ही बड़े गोदाम हैं, इनके सैकड़ा भर से ज्यादा आउटलेट हैं। बीते कुछ सालों से गैस वितरण का नया फंडा कंपनियों ने निकाला है कि चुनिंदा जगहों पर ये ट्रकों से गैस सिलेंडर भेज देते हैं जहां रोड किनारे इन्हें अनलोड किया जाता है, जहां से ग्राहकों को उनकी डिमांड स्लिप के द्वारा वितरण कर दिया जाता है।

नोजल की जांच भी हो रही

गैस सिलेंडर वितरण करने के दौरान ही इनके नोजल की जांच भी होती है इसमें कर्मचारियों द्वारा गैस लीक होने की आशंका पर सिलेंडर की गैस निकालकर उसे चैक करते हैं, जिससे वातावरण में गैस की गंध भर जाती है। उधर, सिलेंडर के लीक होने से ग्राहक को दूसरा सिलेंडर दे दिया जाता है, लेकिन लीक होने वाला सिलेंडर वहीं रखा रहता है जिससे देर शाम डेरा रहने तक ये सिलेंडर लीक होते रहते हैं।

इन इलाकों में सुबह से शाम तक गैस का भंडारण

राइट टाउन: पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह की गली में सैकड़ों सिलेंडर रोड किनारे रखकर डिलीवर होते रोज देखे जा सकते हैं। स्थानीय जन बताते हैं क ई बार गैस से भरे ट्रक रात भर भी खड़े रहते हैं।

गुप्तेश्वर: गुप्तेश्वर के हॉकर जोन के आगे सड़क किनारे वाहन खड़ा कर सिलेंडर का वितरण होता है। सालों से यहां अवैध रूप से सड़क को ही गोदाम में तब्दील किया हुआ है।

गढ़ा: गढ़ा स्कूल के पीछे,रानी दुर्गावती स्कूल के पास, संजीवनी नगर 90 क्वार्टर के पास बरसों से सिलेंडरों का वितरण जारी है। कछपुरा ओवर ब्रिज के नीचे भी एक कंपनी वाले अपने सिलेंडर वितरण कर रहे हैं।

गोलबाजार: दत्त मंदिर के आगे वाहन से उतारकर सैकड़ों सिलेंडर रख लिए जाते हैं जिन्हें बाकायदा टेबल कुर्सी डालकर पर्चियों के आधार पर वितरित किया जाता है, जबकि यहां घनी आबादी है, बगल में टायर गोदाम भी है।

ये हैं नियम

  •  गोदाम रहवासी इलाकों से दूर होने चाहिए। 
  • इनमें अग्नि शमन के संयंत्र, रेत, पानी होने चाहिए। 
  • गोदाम शेड के भीतर होना चाहिए जिसमें अग्निरोधक सामग्री बिछी होनी चाहिए। 
  • शेड में सिलेंडर भंडारण के चारों तरफ खुली जगह होनी चाहिए। 
  • भंडारण सार्वजनिक स्थानों सहित सड़क पर नहीं होना चाहिए। 
  • गैस परिवहन में सिलेंडरों को जांच के बाद ही भेजा जाना चाहिए। 
  • सिलेंडर ग्राहकों के घरों तक भेजने की जिम्मेदारी एजेंसी की होती है। 
  • रसोई गैस सिलेंडर को जमीन पर नहीं रखा जा सकता।

फैक्ट फाइल

  • 2.50 लाख उपभोक्ता है शहर में रसोई गैस के 
  • 21 गैस एजेंसियां हैं।
  • 21 ही गोदाम हैं। 
  • 100 से अधिक जगह हो रहा खुले में गैस सिलेंडर वितरण।