आयुर्वेदिक डाइट प्लान फॉलो करके बढ़ाएं गर्मी में अपनी हाइड्रेशन पावर
आयुर्वेद में सुश्रुत संहिता और भवप्रकाश दोनों में छाछ के फायदों का उल्लेख किया गया है क्योंकि यह गर्मी में पाचन तंत्र को दुरूस्त रखकर शरीर की गर्मी को दूर करती है। यही वजह है कि गर्मियों में आयुर्वेदिक डॉक्टर्स छाछ बनाने के लिए ताजे दही को पानी के साथ मथ लेने और चुटकी भर नमक डालकर पीने की सलाह देते हैं। इसे खाने के बीच में या खाने के बाद लिया जा सकता है। दरअसल, बढ़ती गर्मी के कारण लोगों को चक्कर, जी मतली होना, वोमिटिंग सेंशेसन, शरीर में कमजोरी व दर्द जैसी समस्याएं देखने में आ रही हैं। डायटीशियंस व डॉक्टर्स का कहना है कि इस समय अन्न की मात्रा को सीमित करके अपनी हाइड्रेशन पावर बढ़ाए ताकि पसीना निकलने के कारण शरीर में सोडियम व पोटेशियम की कमी न हो। तो जानिए आयुर्वेद के मुताबिक समर डाइट प्लान को ताकि गर्मी से राहत पाते हुए अपने काम में सक्रिय व स्वस्थ रह सकें।
खीरा रोकेगा एसिड रिफ्लक्स
इस मौसम खीरे का रायता और सब्जी दोनों ही खा सकते हैं। कम मिर्च-मसाले के साथ इसे तैयार करें। यह रक्त को डिटॉक्सीफाई करते हैं व यूरिक एसिड को निकालते हैं और किडनी को अच्छे से कार्य करने में मदद करते हैं। विटामिन -सी, विटामिन- के, मैग्नीशियम, पोटेशियम से समृद्ध, यह पाचन में सहायता करता है व एसिड रिफ्लक्स को नियंत्रित करता है।
खरबूज है इलेकट्रोलाइट्स से भरपूर
वहीं वात, पित्त कफ तीनों दोषों को संतुलित करने के लिए आम बहुत अच्छा फल है। पके हुए आम ऊर्जा बढ़ाने वाले और विटामिन और मिनिरल्स से भरपूर होते हैं। खरबूज इलेक्ट्रोलाइट्स व फाइबर से भी भरपूर होते हैं। खरबूज में विटामिन -के, सी, बी- 6, पोटेशियम और कॉपर भी होता है। इसके अलावा तरबूज भी जरूर खाएं। सट्राइस फल भी इस मौसम में जरूर लेते रहे।
पुदीने, काले नमक के साथ लें सत्तू शरबत
यह जौ व भूने चने से बनाया जाता है। सुबह के नाश्ते में इसे लेने से पेट में ठंडक बनी रहती है। दूध और गुड़/ ब्राउन शुगर के साथ मिलाएं या सत्तू शरबत के रूप में काला नमक, भुना जीरा पाउडर और पुदीने की पत्तियों के साथ पीएं। यह कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम से भरपूर होता हैं व ब्लड सकुर्लेशन में सुधार लाता है।
बेल का शरबत, ठंडाई व मिल्क शेक लें
आयुर्वेद बताता है कि गर्मियों में पाचन शक्ति सबसे कम होती है। गर्मी में यदि खाना खाने से भारीपन आ रहा है तो मूंग खिड़की सब्जियों के साथ लें या रागी का हलवा या आटे में रागी मिलाकर उसकी रोटी लें। नारियल पानी, ठंडाई, बेल व खसखस का शरबत खाने से एक घंटा पहले या एक घंटा बाद लें। डॉ. मोनिका जैन, आयुर्वेद
पुदीने के रायते को बनाए गर्मी में साथी
पुदीने पित्त और कफ दोषों को कम और वात दोष को संतुलित करता है। पुदीने की पत्तियां एंटीआॅक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होती हैं। इनमें विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, फास्फोरस और कैल्शियम होता है। पुदीने की चटनी या रायता गर्मी में जरूर तैयार करें। विनिता मेवाड़ा, आहार विशेषज्ञ