कारोबारी जैन और पार्टनरों के 20 ठिकानों पर आयकर छापे

कारोबारी जैन और पार्टनरों के 20 ठिकानों पर आयकर छापे

ग्वालियर। शहर के प्रतिष्ठित सराफा कारोबारी पारस जैन, बंटी कैटर्स, नरेश खंडेलवाल सहित अन्य पार्टनरों के 20 ठिकानों पर आईटी की रेड शुरू हुई। संचालक एवं शहर की प्रमुख वाटिकाओं का संचालन करने वाले नरेश खंडेलवाल पर आयकर विभाग की टीमों ने रविवार-सोमवार की दरमियानी रात छापे मारे। छापे की यह खबर शहर में काफी तेजी से फैल गई क्योंकि जिन लोगों पर कार्रवाई प्रारंभ की गई है वह शहर के प्रतिष्ठित व्यापारियों में शुमार है और इन्होंने चंद वर्षों में देखते देखते बड़े स्तर पर बड़ा एम्पायर खड़ा किया है। हालांकि, आईटी की टीम को कारोबारियों के ठिकानों पर चार करोड़ से अधिक कैश, लॉकर, जमीन के दस्तावेज मिले हैं। संख्या में कैश, प्रॉपर्टी और निवेश के कागजात मिलने की सूचना है। स्थानीय अधिकारियों ने इस कार्रवाई के बारे में सूचना नहीं दी है। खबर लिखे जाने तक कार्रवाई जारी थी। इंदौर-जबलुपर, रायपुर की टीमें यह कार्रवाई कर रही हैं और इसमें ग्वालियर के अधिकारियों समेत कुल 200 से अधिक अधिकारियों की टीम शामिल किया गया है।

इनकम टैक्स की टीम ने रविवार-सोमवार की दरमियानी रात तीन बजे पारस जैन के मुरार सदर बाजार स्थित दुकान, पुश्तैनी मकान, चेतकपुरी और गोला का मंदिर में उनके घर सहित आधा दर्जन प्रोजेक्ट साइट्स की घेराबंदी करते हुए तड़के 4 बजे अफसरों ने पारस जैन के घर की डोर बेल बजाई और कार्रवाई की सूचना दी तो कारोबारी को दी वह दंग रह गए। हालांकि ऐसी सूचना है कि इनके साथ कई प्रतिष्ठित जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की पार्टनरशिप भी है। इस कार्रवाई में भारी संख्या में कर की चोरी का खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है।1

सराफा कारोबारियों में रहा भय

चूंकि यह कार्रवाई मुरार में सबसे प्रतिष्ठित कारोबारी पर की गई है इसलिए शहरभर के सराफा बाजार में कार्रवाई की यह चर्चा दिनभर चलती रही। मुरार का सराफा तो काफी देर तक खुला ही नहीं व्यापारियों को यह डर सता रहा था कि कई उनके यहां पर भी यह कार्रवाई शुरू नहीं हो जाए। दोपहर तक बहुत सी दुकानें बंद रही जो कि सामान्य दिनों में सुबह 9 से 10 बजे तक खुल जाती है। वहीं दूसरी ओर लश्कर के बडे सराफा कारोबारियों ने भी यहीं चर्चा दिन भर होती रही कुछ ने तो अपनी दुकान से गहनों का स्टॉक भी हटा दिया, क्योंकि इससे पहले भी लश्कर में कई बार सराफा कारोबारियों पर इस प्रकार की कार्रवाई हो चुकी है।