जुमे की नमाज के साथ इज्तिमा शुरू, 350 निकाह हुए
भोपाल। हर तरफ अकीदत, हर ओर जिक्र ए इलाही, भलाई की बातें, बुराई से बचने की ताकीद...। आलमी तब्लीगी इज्तिमा का पहला दिन जमातियों के लिए नमाज ए जुमा की बड़ी मजलिस से विशेष रहा। लाखों लोगों की शिरकत वाली नमाज ने उन्हें धन्य तो किया ही, साथ ही दिल्ली मरकज से आए उलेमाओं की दुआ ए खास ने भी इस मौके को अहम बना दिया। पहले दिन भर चले तकरीर और बयान के दौर के बीच बड़ी तादाद में निकाह भी हुए। आगामी दो दिनों में सरकारी छुट्टियों और इसके बाद सोमवार को होने वाली दुआ ए खास के लिए लोगों की आमद का सिलसिला पूरे दिन चलता रहा।
आलमी तब्लीगी इज्तिमा की शुरुआत अल सुबह फज्र की नमाज के साथ हुई। इस दौरान उत्तर प्रदेश से आए मौलाना जमशेद साहब ने अपने बयान में अल्लाह पर मजबूत भरोसा रखने की ताकीद की। उन्होंने समझाया कि अल्लाह के सिवा किसी और से सवाल करने वाले के लिए अल्लाह मोहताजी का दरवाजा खोल देते हैं।
नमाज में जुटे हजारों लोग, देश-दुनिया में शांति की दुआ
दोपहर डेढ़ बजे हुई जुमा की नमाज के लिए लोगों के पहुंचने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था। इज्तिमागाह पर बनाए गए 125 पंडाल में पांच लाख लोगों के ठहरने के इंतजाम हैं। नमाज ए जुमा के लिए कमोबेश ये सभी पंडाल नमाजियों से पूरे हो गए। नमाज के बाद दिल्ली मरकज से आए हजरत मौलाना यूसुफ साहब कांधलवी ने दुआ कराई। इसमें शामिल होना लोगों ने खुद के लिए बड़ा फैज करार दिया। इतने बड़े मजमे में जब खुतबा शुरू हुआ तो हर तरफ पिन ड्रॉप साइलेंट हो गया और वातावरण में हर तरफ सिर्फ मौलाना की आवाज ही सुनाई दे रही थी। जुमा की नमाज के बाद बयान में मौलाना यूसुफ साहब ने कहा कि बंदा जैसी नीयत करता है, अल्लाह उसी तरह के हालात बना देते हैं। उन्होंने लोगों से भलाई करने, सबके लिए अच्छा किरदार रखने और हर काम अल्लाह की रजा के लिए करने की बात बताईं।
मौलाना मोहम्मद साअद ने कराए निकाह
इज्तिमा इतिहास के 77 साल में पहली बार सामूहिक निकाह आयोजन के पहले दिन कराए गए। अब तक ये इज्तिमा के दूसरे दिन हुआ करता था। इस बार इज्तिमागाह पर करीब 350 निकाह पढ़ाए गए हैं। दिल्ली मरकज से आए हजरत मौलाना मोहम्मद साअद साहब कांधलवी ने निकाह पढ़ाने के बाद इन जोड़ों की कामयाब जिंदगी की दुआ कराई।
इज्तिमा स्थल व आसपास का नजारा
- भोपाल के रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर जमातियों के लिए स्वागत शिविर लगाए गए हैं। यहां से इज्तिमागाह तक जमातों को पहुंचाने वाहन सेवा उपलब्ध है।
- भोपाल टॉकीज चौराहा, काजी कैंप, डीआइजी बंगला, करोंद पर शिविर लगाए गए हैं। जमातियों के लिए फ्री चाय और सर्दी से बचने अलाव जलाए गए हैं।
- सिंधी कालोनी से इज्तिमागाह तक ट्रैफिक व्यवस्था सेवादार पुलिस को सहयोग दे रहे हैं।
- इज्तिमागाह में आयोजन के पहले ही दिन बड़ी तादाद में पहुंचे लोगों की वजह से यहां मोबाइल नेटवर्क प्रभावित रहा।
- मोबाइल चार्ज करने के लिए नगर निगम फायर ब्रिगेड के शिविर पर बड़ा चार्जिंग बोर्ड लगाया गया है।