72 घंटे में 72 हजार एकत्र हो जाए तो समझ लेना कार्यकर्ता सक्रिय हैं : विजयवर्गीय

72 घंटे में 72 हजार एकत्र हो जाए तो समझ लेना कार्यकर्ता सक्रिय हैं : विजयवर्गीय

इंदौर। अमित शाह के दौरे से कार्यकर्ताओं में उत्साह काफी है। केवल 72 घंटे की तैयारी में यदि 72 हजार एकत्र हो जाए तो समझ लेना कार्यकर्ता सक्रिय हैं। यह बात भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में हम ओवर कॉन्फिडेंस में थे... इस बार हम ओवर कॉन्फिडेंस में नहीं हैं। उन्होंने कहा- हम पोस्टर की राजनीति नहीं करते हैं... हम लोगों के दिल में जगाह बनाते हैं।

विजयवर्गीय ने कहा कि अमित शाह ने चुनावी कैंपेन के लिए इंदौर को चुना है... यह खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि दोनों सरकारों के कार्यों का मूल्यांकन करें तो प्रदेश ने काफी तरक्की की है। बिजली में हम सरप्लस हैं, इन्फ्रास्ट्रक्चर में भी हम काफी आगे हैं, अमित शाह के दौरे से कार्यकर्ताओं में उत्साह है।

कन्फ्यूजन पैदा किया जा रहा है... दूर हो जाएगा

उन्होंने बताया कि सर्वे दिखादिखाकर प्रदेश की जनता में कन्फ्यूजन पैदा किया है। कल के बाद प्रदेश में ऐसा मैसेज जाएगा कि कोई कन्फ्यूजन नहीं होगा। चुनाव अभियान की शुरुआत उन्होंने इंदौर से की है। जानापाव जाएंगे, पर कुछ संशोधन हुआ है... पहले इंदौर आएंगे और उसके बाद जानापाव जाएंगे। उसके पूर्व भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।

बनना तो कुछ और चाहता था

उन्होंने कहा कि भाजपा के महामंत्री और अन्य दलों के महामंत्री में काफी अंतर होता है। दूसरी पार्टी में 5000 की प्रदेश समिति बनती है, जबकि हमारे यहां 8 महामंत्री हैं। यह कार्यकर्ता के लिए सम्मान की बात है। यह प्रदेश के कार्यकर्ताओं का सम्मान है। उन्होंने कहा कि मैंने पूछा फिर महामंत्री बना दिया तो हंसते हुए कहा कि बनना तो कुछ और चाहता था, पर ठीक है महामंत्री बनाया।

कन्हैया कुमार को लाना कांग्रेस की मानसिकता दर्शाता है

विजयवर्गीय ने सवाल के जवाब में कहा कि मैं कोई टिप्पणी नहीं करता... कमलनाथजी काफी सीनियर नेता हैं, पर आप बताएं कि भारत तेरे टुकड़े होंगे... इन्शा अल्ला-इंशा अल्ला जैसे नारे उनके कार्यक्रम में लगते हैं और यदि वह यदि कांग्रेस में आ जाए मुखौटा बदलकर, पर पहचान तो नहीं बदल सकती... यह किन लोगों को आगे कर रहे हैं। यह कांग्रेस की मानसिकता बताती है।

पछली बार चूक हुई थी...इस बार नहीं

यह कार्यक्रम मालवा-निमाड़ का है... इंदौर का आधा संभाग है, उज्जैन शामिल नहीं है। उससे पता चलेगा कि कार्यकर्ताओं में कितना उत्साह है। इसका परिणाम पता चल जाएगा। हमसे पिछली बार चूक हुई थी और हम ओवर कॉन्फिडेंस में थे... इस बार कहीं ओवर कॉन्फिडेंस नहीं हैं।