अन्याक्रान्ति दस्ते में शामिल ठेका श्रमिकों की पहचान हो स्पष्ट
जबलपुर। इन दिनों नगर निगम का अन्याक्रान्ति अमला चर्चाओं में है। लगातार की जा रही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाइयों में करीब सैकड़ा भर ठेका कर्मियों की मदद से सख्ती से अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं। इस कार्रवाई में एक कमी जो लोगों को खल रही है वह इन ठेका कर्मियों को किसी तरह की पहचान न दिया जाना है। लोगों का कहना है कि इन सभी को या तो जैकेट या रेडियम पट्टा दिया जाना चाहिए जिससे असामाजिक तत्व या निगम की ओर से कर्मी की पहचान हो सके।
ठेके पर रखे गए इन सैकड़ा भर कर्मचारियों का हुजूम जब कार्रवाई में निकलता है तो व्यापारियों में दहशत का आलम होता है। जो गलत हैं और कब्जा किए हुए हैं उन पर तो सख्ती उचित मानी जा सकती है मगर जो नियम से व्यापार कर रहे हैं उनके साथ भी अभद्रता की जाती है और बाद में नगर निगम के अधिकारी साफ इंकार कर देते हैं कि हमारे कर्मचारी नहीं थे। नगर निगम की कार्रवाई की नागरिक सराहना कर रहे हैं जिसके कारण कुछ तो राहत मिली है,मगर उनकी ये शिकायत भी है कि किसकी शह पर हटे अतिक्रमण कुछ ही घंटों में दोबारा जम जाते हैं।
नगर निगम पहुंचे
गुरूवार को नगर निगम महापौर से मिलने बड़ी संख्या में दुकानदार पहुंचे जिन्होंने अतिक्रमण निरोधी अमले की कार्रवाई की शिकायत की। उनका कहना रहा कि ठेले टपरों को क्षति पहुंचाई गई और माल को भी नुकसान पहुंचाया गया। हालाकि महापौर ने इन्हें तवज्जो नहीं दी और अतिक्रमण न करने की सीख दी।गौरतलब है िक कार्रवाई में महापौर खुद भी पहुंचे थे और हाथ जोड़कर व्यापारियों से सड़क पर कब्जा न करने की अपील की थी।