डिंडोरी, खरगोन में ओलावृष्टि से सड़कों और खेतों में बर्फ की परत
भोपाल। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पिछले दो दिनों से जारी बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं, चना आदि फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। डिंडोरी और खरगोन में रविवार को जमकर ओलावृष्टि हुई। स्थिति ऐसी थी कि सड़कों और खेतों में बर्फ की परत जम गई। शनिवार को हुई ओलावृष्टि से भोपाल सहित प्रदेश के ग्वालियर, जबलपुर, विदिशा, खरगोन, डिंडोरी, रतलाम, बालाघाट आदि जिलों में फसलें प्रभावित हुई हैं। सर्वाधिक नुकसान ग्वालियर जिले को हुआ है। यहां के एक दर्जन से अधिक गांवों में 60 फीसदी फसलें प्रभावित होने का अनुमान हैं। हालांकि, अभी तक प्रशासन की ओर से रिपोर्ट नहीं आई है। बता दें कि सरकार के निर्देश के बावजूद पिछली ओलावृष्टि की रिपोर्ट अब तक तैयार नहीं हुई है। भोपाल में 25 फीसदी नुकसान का अनुमान है।
ग्वालियर : अब तक नहीं आई पिछले नुकसान की सर्वे रिपोर्ट
6-7 मार्च को आधा दर्जन गांवों में ओलावृष्टि हुई थी, जबकि इस बार करीब एक दर्जन गांवों में ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी गेहूं, सरसों और चने की फसल को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त किया है। कृषि विज्ञान केन्द्र से जुड़े अधिकारी ने कहा है कि ग्वालियर जिले में 50- 60 प्रतिशत फसल में नुकसान आंका जा रहा है। हैरत की बात है कि नुकसान का आकलन 48 घंटे में करने के शासन के निर्देश हैं, लेकिन अब तक राजस्व और कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने सर्वे रिपोर्ट तैयार नहीं की है। रिपोर्ट आने पर ही पता चल पाएगा कि क्षेत्र में फसलों को कितना नुकसान हुआ है।
जबलपुर: ओले, बारिश से चना, गेहूं को नुकसान
ओले और बारिश से जबलपुर-रीवा संभाग व डिंडोरी में चना और गेहूँ की फसलों को नुकसान हुआ है। वहीं, मूंग और मसूर पकने के पहले ही नष्ट हो गई है। दमोह के किसानों ने बताया कि चने पर काले दाग पड़ जाएंगे और गेहूँ की चमक कम हो सकती है। वहीं, कटनी के बकलेहटा गांव में ओले गिरने से फसलें प्रभावित हुई हैं। सतना जिले के बिरसिंहपुर में ओले गिरने से किसानों की फसल बर्बाद होने की जानकारी है। डिंडोरी के दर्जनों गांव प्रभावित हुए है।
इंदौर: खरगोन क्षेत्र में फसलों को भारी नुकसान
जिले सहित अंचल में बारिश और ओलों से रबी की फसलों पर प्रभाव पड़ा है। रविवार को भी मुख्यालय सहित अंचल में तेज हवा, आंधी, बारिश और ओलों ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। जिले के झिरन्या, भगवानपुरा, भीकनगांव, खरगोन ब्लॉक के कई गांवों में तेज हवा के साथ बारिश हुई, जिससे फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई।