चीन-पाकिस्तान को टक्कर देने इफड ने तैयार किए 90 प्रोजेक्ट

देश की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज करेंगे उद्घाटन

चीन-पाकिस्तान को टक्कर देने इफड ने तैयार किए 90 प्रोजेक्ट

नई दिल्ली। खतरे की स्थिति में आसान ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा देने के लिए बॉर्डर रोड आॅर्गनाइजेशन (बीआरओ) की ओर से देश के विभिन्न सीमाई हिस्सों में अलग- अलग प्रोजेक्स्ट्स का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से चीन- पाकिस्तान की सीमाओं पर भी विभिन्न प्रोजेक्स्ट्स का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है। बीआरओ के ऐसे ही 90 प्रोजेक्टस को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 12 सितंबर को हरी झंडी दिखाने वाले हैं। इन प्रोजेक्ट्स की लागत 2941 करोड़ रुपए आई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बीआरओ द्वारा निर्मित कुल 90 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। जम्मू-कश्मीर में बिश्नाहकौ लपुर-फूलपुर रोड पर देवक ब्रिज पर सीमा सड़क संगठन द्वारा आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री 22 सड़कों, 63 पुलों, अरुणाचल प्रदेश में नेचिफू सुरंग, पश्चिम बंगाल में दो हवाई क्षेत्रों और दो हेलीपैड का उद्घाटन करेंगे। जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में बढ़त: बीआरओ द्वारा बनाए गए प्रोजेक्ट्स में जम्मू और कश्मीर में बिश्नाह-कौलपुर-फूलपुर रोड पर 422.9 मीटर लंबा क्लास 70 आरसीसी देवक ब्रिज काफी अहम है। इस पुल का सुरक्षाबलों के लिए रणनीतिक महत्व है। इससे सैनिकों को आवाजाही में काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा रक्षा मंत्री लद्दाख में न्योमा एयरफील्ड का ईशि लान्यास भी करेंगे। पूर्वी लद्दाख में न्योमा एयरफील्ड 218 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा। इसकी मदद से चीन सीमा पर वायुसेना को बढ़त मिलेगी।

अरुणाचल व पश्चिम बंगाल में भी प्रोजेक्ट्स

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अरुणाचल प्रदेश में बालीपारा-चारदुआर-तवांग रोड पर 500 मीटर लंबी नेचिफू सुरंग का भी उद्घाटन करेंगे। ये सुरंग रणनीतिक तवांग क्षेत्र को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और क्षेत्र में तैनात सशस्त्र बलों और प्राचीन तवांग आने वाले पर्यटकों दोनों के लिए फायदेमंद होगी। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में पुनर्निर्मित बागडोगरा और बैरकपुर हवाई क्षेत्रों का भी उद्घाटन होगा।

तीन साल में करीब 300 प्रोजेक्ट, देश को मिली सुरक्षा

बीते 3 सालों में बीआरओ की ओर से कई सड़क और पुल निर्माण किए गए हैंैं। इनकी मदद से चीन-पाक के मुकाबले हमारी तैयारी मजबूत हुई है। बीते 3 साल में बीआरओ ने कुल 295 परियोजनाएं रिकॉर्ड समय में राष्ट्र को समर्पित की हैं। इनकी मदद से सीमावर्ती गांवों में स्कूली शिक्षा सुविधाओं और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों, बिजली आपूर्ति और रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।

कहां-कहां हैं प्रोजेक्ट : 

  • 11 जम्मू-कश्मीर 
  • 26 लद्दाख 
  • 36 अरुणाचल प्रदेश 
  • 05 मिजोरम, 
  • 03 हिमाचल 
  • 2-2 सिक्किम, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में 
  • 1-1 नागालैंड, राजस्थान और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बनाए गए हैं।

दो साल में बीआरओ ने तैयार किए

  •  वर्ष 2022 में 2897 करोड़ रुपए की लागत से 103 प्रोजेक्ट पूरे किए। 
  • 2021 में 2229 करोड़ रुपये की लागत से 102 परियोजनाओं को पूरा किया गया।