मैंने सबको साथ लेकर घोटाला किया लेकिन अय्याशी नहीं की : मिलाप
इंदौर। साढ़े 5 करोड़ से अधिक की शासकीय राशि की हेराफेरी करने के आरोपी और कलेक्टर कार्यालय के निलंबित लेखा अधिकारी मिलाप चौहान को पुलिस ने शुक्रवार को न्यायालय में पेश कर चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। कलेक्टर कार्यालय के अधिकारी की शिकायत पर रावजी बाजार पुलिस ने गुरुवार को मिलाप सहित 29 लोगों के खिलाफ विभिन्न गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मिलाप के अलावा अन्य आरोपी भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। हालांकि खबर लिखे जाने तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। उधर, न्यायालय परिसर में शुक्रवार को पेशी के दौरान मिलाप की देह भाषा सामान्य दिखाई दी। उसने इस दौरान घोटाले के बारे में भी मीडिया से खुलकर बात की।
मिलाप ने कबूल किया कि उस पर लगे शासकीय राशि के गबन के आरोप सही हैं। साथ ही उसने कहा कि कुल गबन की राशि में उसके हिस्से लगभग तीन करोड़ की राशि आई है, जिसे वो लौटाने के लिए तैयार है। उसने साफ कहा कि शेष राशि अन्य आरोपियों और उसी के साथ काम करने वाले आरोपियों को उसने बतौर हिस्सा दी है। मिलाप ने संकेत दिए कि एफआईआर में दर्ज आरोपियों के अलावा भी विभाग के ही अन्य लोग उसके साथ इस गुनाह में साझेदार थे।
उसने मीडिया से साफ कहा कि गबन की राशि को उसने गोवा सहित अन्य जगह घूमनेफिर ने में खर्च किया है। मैंने अपने दोस्तों की मदद की है, उन्हें पैसा उधार दिया है। मैंने अय्याशी नहीं की है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर कार्यालय की लेखा शाखा के प्रभारी मिलाप चौहान और अन्य 29 पर साढ़े पांच करोड़ की राशि के गबन के आरोप हैं।