अंदर से खुश नहीं हूं, एक परसेंट भी चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं थी : विजयवर्गीय

अंदर से खुश नहीं हूं, एक परसेंट भी चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं थी : विजयवर्गीय

इंदौर। मैं अंदर से खुश नहीं हूं। सच कह रहा हूं। इसलिए कि मेरी लड़ने की इच्छा ही नहीं थी। एक माइंड सेट होता है ना लड़ने का। मुझे अभी भी विश्वस नहीं है कि मुझे टिकट मिल गया और मैं उम्मीदवार बन गया। यह बात विधानसभा एक के प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय ने बड़ा गणपति मंदिर की सभा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने मंच से कहा कि बड़े नेता हो गए अब जाना। भाषण देना और निकल जाना यह सोचा था हमने तो, हाथ जोड़ने कहां जाएं। हमने तो प्लान बनाया था कि रोज 8 सभा करना है। पांच हेलिकॉप्टर से और तीन कार से।

विजयवर्गीय ने कहा कि विधानसभा एक का चुनाव एक-एक कार्यकर्ता को लड़ना है। आप सभी कैलाश विजयवर्गीय हों और हर घर पर आपको दस्तक देना है। कार्यकर्ता क्या चाहता है यह मैं जानता हूं, क्योंकि मैं एक जमीनी कार्यकर्ता रहा हूं। कार्यकर्ता चाहता है मानस म्मान...। विधानसभा चुनाव में एक नंबर से चुनावी मैदान में उतरने के पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीय दोपहर को महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचे और फिर शाम को बड़ा गणपति के समक्ष पूजा-अर्चना कर अपनी चुनावी कैंपेनिंग की शुरुआत की। उन्होंने बड़ा गणपति पर मंच लगाकर कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया। मंच पर विजयवर्गीय को किसी ने तलवार भेंट की तो किसी ने माला से स्वागत किया।

बड़ा गणपति पर सभा को किया संबोधित

विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक में बड़ा गणपति मंदिर पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी पहली सभा को संबोधित किया। बड़ी संख्या में मंच के समक्ष कार्यकर्ता एकत्र नजर आए, जो काफी उत्साह में थे। पूरा क्षेत्र भाजपामय नजर आया। मंच पर विजयवर्गीय पहुंचे तब तक वहां जाम की स्थिति बनी रही। इस दौरान मंच पर सत्यनारायण सत्तन, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, विधायक आकाश विजयवर्गीय, सुदर्शन गुप्ता, दीपक टीनू जैन, पूर्व महापौर उमाशशि शर्मा, आईडीए उपाध्यक्ष गोलू शुक्ला व अन्य नेता मौजूद रहे।