मैं सम्राट नहीं हूं, मुझे तो ठीक से गाना ही नहीं आता : अनूप
लोगों को भजन पसंद आ गए तो उन्होंने मुझे सम्राट बना दिया। मनुष्य अपनी खुशी के लिए सामने वाले व्यक्ति को सम्राट बना देता है। मैं सम्राट नहीं हूं, मुझे तो ठीक से गाना ही नहीं आता। भजन सम्राट तो मेरे पिताजी थे। यह कहना है, पद्मश्री गायक अनूप जलोटा का। जो कि सोमवार को म्यूजिकल इवेंट में शामिल होने भोपाल आए हुए थे। इस दौरान आईएम भोपाल से बातचीत में जीवन से जुड़े अनुभव शेयर किए।
गजलों में कमी आई है : आज की पीढ़ीको ठीक से हिंदी नहीं आती तो उन्हें उर्दू कहां से आएगी। यही वजह है कि गजल अब कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि अब गाने इसलिए भी अच्छे नहीं बनाए जाते हैं कि वह लंबे समय तक चले, इसलिए बनाए जाते हैं कि सिर्फ फिल्म चल सके। पहले के समय में गानों पर ज्यादा काम किया जाता था, इसलिए अभी भी पुराने गानों को पसंद किया जा रहा है। मैंने बॉलीवुड में भी गाने गाए हैं। साथ ही मैंने सिंगल गाने भी बहुत गाए हंै।
1बच्चों को सुनाएं कथा-कहानी
अनूप कहते हैं कि मेरे कॅरियर का टर्निंग पाइंट फिल्म शिर्डी के सार्इं बाबा से हुआ। इस फिल्म में मैंने तीन गाने गाए थे, जिसके बाद से मुझे लोगों के बीच पहचान मिली। यही कारण था कि मुझे लगातार काम मिलता रहा। भजन से दूर हो रहे बच्चे के सवाल पर उन्होंने कहा कि माता-पिता, बच्चों को टाइम नहीं दे रहे हंै, ऐसे में बच्चे संस्कृति से दूर हो रहे हैं। पेरेंट्स को बच्चों के साथ बैठकर उन्हें रामचरित मानस, भगवत गीता की जानकारी देना चाहिए।
बिग बॉस शो में बुलाया गया तो मैं फिर से जाउंगा
उन्होंने कहा कि कैमरे के पीछे काम करने में ज्यादा मजा आता है। मैंने कई फिल्म पहले बनार्इं हैं। अभी वेब सीरीज पर काम कर रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि बिग बॉस मेरे लिए हॉलीडे था, जहां मुझे 2 महीने रुकने के पैसे भी मिले और मुझे फिर से बुलाया जाएगा तो मैं जरूर जाऊंगा।