हाउसवाइव्स, डॉक्टर और बिजनेस विमेंस ने फोक आर्ट पर पहली बार बनाई  भगवान श्रीकृष्ण की पेंटिंग्स

स्वराज वीथि कलादीर्घा में कला विहान क्रिएटिव आर्ट ग्रुप की चित्रकला प्रदर्शनी का शुभारंभ

हाउसवाइव्स, डॉक्टर और बिजनेस विमेंस ने फोक आर्ट पर पहली बार बनाई  भगवान श्रीकृष्ण की पेंटिंग्स

 स्वराज भवन में शनिवार को कला विहान क्रिएटिव आर्ट ग्रुप के नए आर्टिस्ट की एग्जीबिशन लगाई गई। इस एग्जीबिशन में ग्रुप की आठ नई फीमेल आर्टिस्ट ने पार्टिसिपेट किया है, जिन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न लीला और स्वरूपों को गोंड, कलमकारी, पिचवई, पटचित्र और मधुबनी आर्ट के माध्यम से प्रदर्शित किया है। एग्जीबिशन में 50 पेंटिंग्स लगाई गई हैं। खास बात यह है कि जिन महिलाओं ने यह चित्रकारी की है, उनमें से कुछ हाउसवाइव्स, डॉक्टर और बिजनेस विमेंस हैं, जिन्होंने अपनी दिनचर्या से कुछ समय पेंटिंग्स के लिए निकाला और अपने अंदर के छुपे हुनर को पहचान दी। दर्शक यह पेंटिंग 10 सितंबर तक देख सकते हैं।

गोंड आर्ट में बनाए ब्रज के ग्वाले

गोंड आर्ट में ब्रज के ग्वाले के रूप में भगवान श्रीकृष्ण की बांसुरी बजाते हुए पेंटिंग एक्रेलिक कलर से बनाई है। यह पेंटिंग सात दिन में तैयार की। इसके अलावा एग्जीबिशन में दो ओर पेंटिंग लगी हैं। पेंटिंग बनने का शौक पहले से था। मौका मिला और यह तीनों पेंटिंग पहली बार बनाई हैं। अरुणा दीदी से पेंटिंग करना सीखा। -डॉ. संजू कौशल, आर्टिस्ट

कैनवास पर उकेरी कृष्ण रास लीला

कैनवास पर भगवान श्रीकृष्ण रास लीला को पेंटिंग के माध्यम से उकेरा है। हाल ही में पेंटिंग करना शुरू किया है। एग्जीबिशन में मेरी सात पेंटिंग लगाई गई हैं। इनको मैंने 20 दिन में तैयार किया। यह पेंटिंग भगवान श्रीकृष्ण की रास लीला पर आधारित है। मुझे बचपन से पेंटिंग का शौक था, जो अब कहीं जाकर साकार हो रहा है। -योगिता गुप्ता , आर्टिस्ट

पिचवई आर्ट में बनाए श्रीनाथ जी

पिचवई आर्ट में भगवान श्रीनाथ जी की ऐक्रेलिक कलर से पेंटिंग बनाई है। पिचवई पेंटिंग अपनी विशिष्ट और पारंपरिक तकनीक के लिए दुनिया भर में जानी जाती है। पेंटिंग में श्रीनाथजी श्रीकृष्ण भगवान के 7 वर्ष की अवस्था के रूप हैं। एग्जीबिशन में जिन महिलाओं की पेंटिंग लगी है। वह सब नए अर्टिस्ट हैं। सबने पेंटिंग बनाने के लिए खूब मेहनत की। एग्जीबिशन का शुभारंभ चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और नगर निगम महापौर मालती राय ने किया। -अरुणा गुप्ता, आर्टिस्ट