ओबान के रास्ते पर निकली आशा झांसी की सीमा में पहुंचने की संभावना
ग्वालियर। कूनो नेशनल पार्क में आए चीते अब वन विभाग के अधिकारियों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। पहले नर चीता ओवान ने कूनो छोड़ा और शिवपुरी के जंगलों में आ गया। बमुश्किल उसे वापस ले जाया सका। खबर है कि अब मादा चीता आशा भी कूनो से निकलकर शिवपुरी के जंगल में आ गई है। बताया जा रहा है कि उसे पोहरी क्षेत्र के जंगल में देखा गया है। वह झांसी की ओर बढ़ रही है। सूत्रों का तो ये भी कहना है कि आशा गर्भवती है, इस कारण वन विभाग के अधिकारी उसे वापस ले जाने में कड़ा कदम नहीं उठा पा रहे हैं।
गौरतलब है कि पहले ही कूनो में 3 शावकों की मौत हो चुकी है और यदि आशा के गर्भवती होने की खबर सही है तो उसके आने वाले बच्चे को भी सुरक्षित रखना वन विभाग की जिम्मेदारी है। दूसरे, यदि आशा झांसी की सीमा में प्रवेश कर गई और वहां उसने बच्चों को जन्म दे दिया तो ऐसे में मप्र सरकार को उप्र सरकार से उन्हें वापस लाने में मुसीबत हो सकती है। कारण, उप्र की सीमा में पहुंचने पर वहां की सरकार उसे वापस करने से इंकार कर सकती है। ऐसे में केंद्र सरकार को दखल देने की स्थिति निर्मित हो सकती है।