यूपी में हिन्दू पंचांग से रुकेगा अपराध, पुलिस करेगी ट्रैक
दावा- कृष्ण पक्ष के दौरान ज्यादा चोरियां और लूटपाट की घटनाएं होती हैं
लखनऊ। यूपी में अपराध रोकने के लिए पुलिस हिंदू पंचांग का सहारा ले रही है। यूपी पुलिस प्रमुख द्वारा सभी थानों के लिए आदेश जारी किया गया है कि थानों में हिंदू कैलेंडर की तारीखों के अनुसार अपराध का मानचित्रण और ट्रैक तैयार किया जाए। गौरतलब है कि इसी साल जून में कार्यवाहक डीजीपी बने विजय कुमार ने कहा कि राज्यव्यापी मूल्यांकन में अमावस्या से एक सप्ताह पहले और उसके बाद के सप्ताह में अपराध की उच्च दर की ओर इशारा किया गया है। पुलिस का कहना है कि राज्य में हत्या, लूट, चोरी और महिलाओं के खिलाफ अपराध की ज्यादातर घटनाएं कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि से एक हμते पहले और एक हμते बाद हो रही हैं। इसलिए हिन्दू पंचांग का सहारा लिया गया है।
ये दिए गए निर्देश
- अंधेरी रातों के पखवाड़े को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है।
- जिला पुलिस बलों को निगरानी बढ़ाने और इन रातों में प्राप्त अपराध अलर्ट पर बारीकी से नजर रखने के लिए कहा गया है।
- इन इनपुट का उपयोग अपराध हॉटस्पॉट की पहचान करने और अधिक प्रभावी पुलिसिंग के लिए किया जाना चाहिए।
- हॉटस्पॉट की पहचान करने की यह कवायद राज्य के प्रत्येक पुलिस स्टेशन पर की जानी चाहिए।
- आपराधिक तत्व रात में अधिक सक्रिय होते हैं
- सर्कुलर के अनुसार आपराधिक तत्व रात के दौरान अधिक सक्रिय होते हैं और हत्या, चोरी, डकैती और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसी घटनाओं का सार्वजनिक चेतना पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सर्कुलर में कहा गया है कि रात के समय पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग की जाए, जिससे लोग महफूज महसूस करें। बता दें, हिंदू पंचांग के अनुसार, कृष्ण पक्ष पूर्णिमा और अमावस्या के बीच के भाग को कहते हैं। पूर्णिमा के अगले दिन कृष्ण पक्ष की शुरुआत होती है, जो अमावस्या के दिन यानी 15 दिनों तक चलती है।