हिंडनबर्ग का दावा- ब्लॉक इंक ने फर्जी तरीके से बढ़ाए यूजस
नई दिल्ली। अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने टेक्नोलॉजी फर्म ब्लॉक इंक को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट की मानें तो जैक डॉर्सी की अगुवाई वाली कंपनी ब्लॉक इंक ने फर्जी तरीके से अपने यूजर्स की संख्या बढ़ाई। वहीं, अपनी ग्राहक अधिग्रहण लागत को कम कर दिया। बता दें, इससे पहले फर्म ने 24 जनवरी को अडाणी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। इसके चलते दुनिया के टॉप-10 अमीर रहे अडाणी की संपत्ति 60 फीसदी डूब गई। अब फर्म ने ब्लॉक इंक को लेकर खुलासा किया है।
गुरुवार सुबह किया था ट्वीट- एनअदर बिग वन...
इससे पहले अमेरिकी फर्म ने गुरुवार सुबह एक ट्वीट किया था, जिसमें लिखा ‘एनअदर बिग वन...।’ तभी से कार्पोरेट घरानों में चिंता सताने लगी थी, क्योंकि ये ऐसे समय पर किया गया था, जबकि दुनिया में बैंकिंग संकट गहराया हुआ है और एक के बाद एक कई बैंक डूबते जा रहे हैं। गुरुवार शाम को जैसे ही ब्लॉक इंक को लेकर हिंडनबर्ग ने आरोप लगाए, कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। कंपनी के शेयर 20% तक टूट गए।
अब तक 17 कंपनियों पर किए खुलासे
नाथन एंडरसन के नेतृत्व वाली फर्म हिंडनबर्ग ने साल 2017 के बाद से अब तक अडाणी ग्रुप समेत दुनिया की करीब 17 कंपनियों में कथित गड़बड़ी को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की है। अडाणी ग्रुप पर निशाना लगाने से पहले साल 2022 में इसने ट्विटर इंक को लेकर भी एक रिपोर्ट जारी की थी। हिंडनबर्ग ने जिन कंपनियों को लेकर अपनी रिसर्च रिपोर्ट पब्लिश की है, उनमें ज्यादातर अमेरिकी फर्में शामिल हैं।
कंपनी ने किया निवेशकों को गुमराह, ऐप में कमियां
हिंडनबर्ग ने दावा किया कि पिछले दो साल की जांच से निष्कर्ष निकलता है कि ब्लॉक इंक ने व्यवस्थित रूप से डेमोग्राफिक्स का लाभ उठाया है, जो गलत है। कंपनी ने निवेशकों को गुमराह किया और तथ्यों के साथ खिलवाड़ किया है। साथ ही कंपनी के कैश ऐप के प्रोग्राम में भी कई कमियां निकाली गई हैं। सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने ब्लॉक इंक की स्थापना 2009 में की थी। यह कंपनी टेक्नोलॉजी से जुड़ी हुई है। कंपनी का मार्केट कैप करीब 44 बिलियन डॉलर का है।