भारी खरीदारी अडानी समूह का कुल मार्केट-कैप 11 लाख करोड़ रु. के पार

दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा अब हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर

भारी खरीदारी अडानी समूह का कुल मार्केट-कैप 11 लाख करोड़ रु. के पार

नई दिल्ली। अडानी ग्रुप के शेयरों पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर अब दूर-दूर तक नहीं है। भारी खरीदारी के चलते शुक्रवार को अडानी ग्रुप का कुल बाजार पूंजीकरण 11 लाख करोड़ रु. के पार चला गया। अडानी ग्रुप के शेयरों में लगातार वैश्विक और घरेलू निवेशकों की खरीदारी देखने को मिल रही है। हμते के आखिरी कारोबारी दिन अडानी ग्रुप की कंपनियों ने अपने मार्केट कैप में 7,039 करोड़ रु. जोड़े। इससे ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों का कुल बाजार मूल्यांकन 11.02 लाख करोड़ रु. पर पहुंच गया। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद लोगों ने अडानी के शेयरों में जमकर बिकवाली की थी। कई शेयरों में भारी गिरावट आई थी। फिर मार्च, 2023 के बाद रिकवरी शुरू हुई। तब से अडानी ग्रुप ने मार्केट कैप में करीब 5 लाख करोड़ रु. जोड़े हैं। शुक्रवार को अडानी एंटरप्राइजेज 0.47 फीसदी, अडानी पोर्ट्स 1.92 फीसदी, अडानी पावर 2.93 फीसदी, अडानी ग्रीन 0.06 फीसदी, एनडीटीवी 0.45 फीसदी और अडानी विल्मर 0.42 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ।

पिछले तीन माह में बाजार पूंजीकरण में 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई

विशेषज्ञों ने कहा यह एक संकेत है कि कीमतें सभी नकारात्मक कारकों में शामिल हैं और बाजार सभी वृद्धिशील आरोपों को नजरअंदाज कर रहा है। बुरा समय खत्म हो गया है। पिछले तीन माह में समूह के मार्केट कैप में 40 फीसद की वृद्धि हुई और इस रैली का नेतृत्व - अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, अडानी पावर और अडानी ग्रीन एनर्जी द्वारा किया जा रहा है। चारों कंपनियों के शेयर अपने न्यूनतम स्तर से दोगुने से भी ज्यादा हो गए हैं। प्रमुख कंपनी एईएल का स्टॉक अपने निचले स्तर (150 प्रतिशत तक) से सबसे अधिक बढ़ गया है। इनक्यूबेटर एईएल से अलग होने वाली समूह की दो सबसे पुरानी कंपनियों, अडानी पोर्ट्स और अदानी पावर, प्री-हिंडनबर्ग स्तर पर हैं। अडानी पोर्ट्स विश्लेषकों द्वारा समूह में सबसे व्यापक रूप से ट्रैक की जाने वाली कंपनी है और समूह के सभी शेयरों के बीच संस्थागत निवेशकों द्वारा सबसे व्यापक स्वामित्व वाली कंपनी है।