जीवन में लक्ष्य को हासिल करने के लिए मेहनत बहुत जरूरी : एमसी मैरीकॉम
इंदौर। अपने जीवन में लक्ष्य को हासिल करने के लिए खूब मेहनत करें और जीवन को सार्थक बनाएं। बिना मेहनत के सफलता नहीं मिलती है। कोई भी काम आसान नहीं होता। हर कार्य में मेहनत की बहुत जरूरत है। मेहनत के बाद जो सफलता मिलती है, उसका अलग की मजा होता है। यह बात गैर पेशेवर मुक्केबाजी की विश्व चैंपियन तथा ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता एमसी मैरीकॉम ने कही। वे डेली कॉलेज द्वारा आयोजित वार्षिकोत्सव को संबोधित कर रही थीं। कार्यक्रम के आरंभ में मंच पर आसीन डेली कॉलेज बोर्ड के अध्यक्ष महाराज विक्रमसिंह पवार, उपाध्यक्ष राजवर्धनसिंह का स्वागत किया गया। इसके पश्चात बोर्ड के अध्यक्ष ने मैरीकॉम और कबीर बेदी का स्वागत करते हुए उद्बोधन में डेली कॉलेज के उत्तरोत्तर विकास को रेखांकित किया तथा भावी परियोजनाओं की जानकारी दी।
इसके बाद प्राचार्या डॉ. गुनमीत बिंद्रा ने मैरीकॉम और कबीर बेदी के प्रेरणास्पद व्यक्तित्व को उनकी महान उपलब्धियों और उनके कार्यों के माध्यम से याद किया। उन्होंने डेली कॉलेज की भावी परियोजनाओं की जानकारी भी दी और उन परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए अभिभावकों और ओल्ड डेलियंस से सहयोग की भी अपेक्षा की। इसके पश्चात नवीन जिंदल ने विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने पद्मश्री आरएन जुत्शी मेडल लेफ्टिनेंट दीपक अग्रवाल और महाराजा राणा मानवेंद्रसिंह को प्रदान किया।
पृथ्वी के वातावरण को संतुलित रखने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी : बेदी
महान फिल्म अभिनेता और लेखक कबीर बेदी ने कहा कि मानव जीवन का इतिहास पिछले 120 वर्षों में आश्चर्यजनक रूप से बदला है। हमें इस बदलाव को गहराई से समझना होगा और इस पृथ्वी के वातावरण को संतुलित रखने के लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि ज्ञान अर्जित करना एक बात है और कल्पनाशीलता दूसरी बात है। हमें अपनी कल्पनाशीलता को बढ़ाने के निरंतर प्रयास करते रहने चाहिए, तभी इस धरती पर नवोन्मेष और नवाचार की संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। इसके बाद विद्यार्थियों ने एक भव्य सांगीतिक नाटक प्रस्तुत किया। इसका शीर्षक था- इनायत। इनायत में संसार की तमाम तरुणाइयों की जीवन यात्रा को रेखांकित किया था। इसके पश्चात डेली कॉलेज बोर्ड के अध्यक्ष महाराज विक्रमसिंह पवार ने मुख्य अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए। इस मौके पर डेली कॉलेज बोर्ड तथा ओल्ड डेलियन एसो. के सदस्य, वरिष्ठ उपप्राचार्य, उपप्राचार्यद्वय के अलावा बड़ी संख्या में ओल्ड डेलियन, अभिभावक, विद्यार्थी, शिक्षक और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।