मंडला में ओलावृष्टि का कहर: मोतीनाला समेत आधा सैकड़ा गांवों में 250 ग्राम के ओले गिरे

मंडला में ओलावृष्टि का कहर: मोतीनाला समेत आधा सैकड़ा गांवों में 250 ग्राम के ओले गिरे

मण्डला। जिले में विगत 4 दिनों से बारिश के साथ ओलावृष्टि हो रही है। लगातार अलग-अलग क्षेत्रों में गिर रहे ओले से फसलों को भारी नुकसान हो रहा है। 16 मार्च से जिले का मौसम बिगड़ा हुआ है, हर दिन अलग-अलग क्षेत्र में आंधी-तूफान के साथ ओलावृष्टि ने तबाही मचाई है। मंगलवार की शाम 4-5 बजे मौसम बदला और आंधी तूफान के साथ ओला वृष्टि से मोतीनाला सहित आसपास के ग्राम सालीवाड़ा, खलौड़ी, निवसा, भपसा, चंदगांव सहित आसपास के लगभग 200 ग्राम बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।

बताया जा रहा है कि कुछ जगह में आधा-आधा किलो के ओले गिरे हैं, जिससे फसलें पूरी तरह बर्बाद गई हैं, तो वहीं कई घरों के खपरैल टूट चुके हैं। जिससे ग्रामीणों के घरों में रखे सामान भी बारिश से खराब हो गया है। एनएच 30 से लगे गांव सड़क में ओले बिछ गए। पूरा क्षेत्र ओलों से पट गया। वाहनों के शीशे टूट गए। खेत सड़क सफेद दिखाई देने लगे। तेज हवा तूफान से व ओला गिरने से रास्ते में खड़ी गाड़ियों के कांच टूट गए।

दोपहिया वाहन गिर गए। सीआरपीएफ कैंप भी क्षतिग्रस्त- बताया जा रहा है कि अचानक हुई ओला वृष्टि और आंधी-तूफान से सीआरपीएफ कैंप को भी भारी नुकसान हुआ है। कैंप के पाल, परदे सहित कूलर, पंखे और जनरेटर के साथ-साथ मेस में रखी अन्य सामग्री भी बर्बाद हुई है।

थाने में खड़े वाहनों के टूटे कांच, तीन बकरियों की मौत

शंकर दास, रामसिंह बंजारा, माखन भासंत, गोपालदास भासंत, गणेश बंजारा ने बताया कि ओलावृष्टि से क्षेत्र में गेहूं, चना फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इसके अलावा मोतीनाला थाना परिसर में खड़े चारपहिया वाहनों के कांच टूट गए, दर्जनों बाइकों को भी नुकसान हुआ है। चैन सिंह बंजारा की तीन बकरियों की मौत हो गई है।

मंगलवार शाम को मोतीनाला समेत कई गांव में ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। फसलें पूरी तरह चौपट हो गई हैं और कई घरों के खपरैल टूट गए हैं, जिससे घरों में रखा अनाज पूरी तरह बर्बाद हो गया है। हमारी प्रशासन से मांग है कि क्षेत्र का सर्वे कर उचित मुआवजा दिलाया जाए। -श्रीमती ललिता धुर्वे, सरपंच मोतीनाला ग्राम पंचायत